सार
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें देश में अराजक स्थिति नहीं बनने देनी चाहिए।
नई दिल्ली. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के लिए विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें देश में अराजक स्थिति नहीं बनने देनी चाहिए।
राष्ट्रीय युवा आयोग गठन करने की मांग
पासवान ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए सरकार से भारतीय न्यायिक सेवा का गठन करने, सदन में महिला आरक्षण विधेयक लाने और राष्ट्रीय युवा आयोग का गठन करने की भी मांग की। चिराग ने देश में हो रहे सीएए विरोधी प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब विभाजनकारी ताकतों का समर्थन करना नहीं हो सकता। केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के सहयोगी लोजपा के सदस्स ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले कुछ महीनों में अनुच्छेद 370, तीन तलाक और ऐसे कई विवादास्पद विषयों को सुलझा लिया तो विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा था और सीएए का मुद्दा उठा लिया गया।
विपक्ष बस CAA का विरोध इसलिए कर रही है, क्योंकि इसमें मुस्लिम शब्द नहीं है
पासवान ने विपक्ष पर विभाजनकारी राजनीति करने और हिंदू-मुसलमानों को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएए का विरोध केवल इसलिए किया जा रहा है कि इसमें ‘मुस्लिम’ शब्द नहीं है जबकि सरकार की ओर से कई बार साफ किया जा चुका है कि यह कानून किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं , बल्कि पड़ोसी देशों के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है।
विपक्षी दल भी जानते हैं कि किसी की नागरिकता नहीं जाएगी-चिराग
उन्होंने कहा कि विपक्ष के बहकावे में आकर मासूम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष की जिम्मेदारी है कि देश को इस तरह से जलने से रोका जाए। एनआरसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं लेकिन केवल पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए अराजकता फैलाई जा रही है। पासवान ने कहा कि विपक्षी दल भी जानते हैं कि किसी की नागरिकता नहीं जाएगी और भविष्य में जब यह साबित हो जाएगा तो इतिहास में उन्हें कभी माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर लोजपा को भी कुछ आशंकाएं थीं लेकिन गृह मंत्री अमित शाह ने उन सभी को दूर कर दिया।
लोजपा ने कहा विपक्षी दलों को गृह मंत्री से मिलकर शंका दूर करनी चाहिए
लोजपा सांसद ने कहा कि विपक्षी दलों को भी संसद और सड़क पर हंगामा करने के बजाय गृह मंत्री से मिलकर अपनी शंकाओं पर स्पष्टीकरण मांगने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें (विपक्षी दलों को) विश्वास दिलाता हूं कि मैं उन्हें गृह मंत्री के पास लेकर चलूंगा।’’ पासवान ने केंद्र सरकार से मांग की कि देश में भारतीय न्यायिक सेवा का गठन होना चाहिए जिससे आईएएस की तर्ज पर न्यायाधीशों का चयन भी प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से हो।
उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक सदन में लाने की मांग करते हुए कहा कि हमें प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा है कि उनमें ही इस विधेयक को भी लाने की दृढ़इच्छाशक्ति है। लोजपा नेता ने युवाओं के रोजगार, शिक्षा आदि विषयों पर गहन चर्चा के साथ ही देश में राष्ट्रीय युवा आयोग के गठन की भी मांग की।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)