सार
संसद (Parliament) के सेंट्रल हॉल (Central hall) में प्रधानमंत्री मोदी (Pm modi) ने शुक्रवार को राजनीतिक पार्टियों को आड़े हाथों लिया। लोकतंत्र (Democracy) की मजबूती पर भी बात की। इस पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर पलटवार किया है। पूछा है कि यदि 70 साल में लोकतंत्र मजबूत नहीं हुआ तो आप प्रधानमंत्री कैसे बन गए।
नई दिल्ली। संविधान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधे जाने पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि 70 साल में अगर लोकतंत्र मजबूत नहीं किया गया तो 2014 में मोदी प्रधानमंत्री (Prime minister modi) कैसे बने।
शर्मा ने कहा कि संसद (Parliament) के सेंट्रल हॉल में प्रधानमंत्री की ओर से विपक्ष पर निशाना साधने का कोई औचित्य नहीं था। प्रधानमंत्री जी का विपक्ष की आलोचना करना सही नहीं है। इसका कोई औचित्य नहीं है। सरकार कोई अवसर नहीं छोड़ती कि संविधान और संवैधानिक परंपराओं को दबाकर निर्णय लिया जाए।
हम जनता को बार-बार सही इतिहास याद दिलाएंगे
शर्मा ने कहा-1947 से 2014 तक लोकतंत्र कमजोर नहीं, मजबूत होता रहा। अगर लोकतंत्र को संकट था और लोकतंत्र का सम्मान नहीं किया गया तो फिर 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कैसे बने? इसलिए क्योंकि संविधान, प्रजातंत्र और कानून का सम्मान किया गया था। आजादी के संग्राम और संविधान बनाने में अगर भाजपा के विचार से जुड़ा कोई एक व्यक्ति शामिल था, तो मैं उनको बधाई दूंगा। आज नया इतिहास लिखने की कोशिश हो रही है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम जनता को बार-बार सही इतिहास के बारे में याद दिलाते रहेंगे।।
मोदी ने कहा था- बाब साहब के प्रति विरोध देश स्वीकार नहीं करेगा
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को पारिवारिक पार्टियों को संविधान के प्रति समर्पित राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय बताया था। मोदी ने कहा था- लोकतांत्रिक चरित्र खो चुके दल, लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर सकते हैं। संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस पर आयोजित समारोह में मोदी किसी पार्टी का नाम लिए बगैर इस आयोजन का बहिष्कार करने वाली पार्टियों को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का स्मरण ना करने और उनके खिलाफ ‘विरोध के भाव' को यह देश स्वीकार नहीं करेगा।
खड़गे बोले- ये हमारे बुनियादी हक छीन रहे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- संविधान दिवस के दिन हमें ये चर्चा करनी होगी कि ये सरकार संविधान के तहत चल रही है? ये हमारे बुनियादी हकों को छीन रहे हैं। अल्पसंख्यकों की लिंचिंग कर रहे हैं और किसानों को कुचल रहे हैं। ये संविधान दिवस मनाने वाले संविधान के तहत क्यों नहीं चल रहे हैं।
यह भी पढ़ें
Constitution Day पर बोले PM मोदी' भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा, जो लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है'
लेबनान में कैश की भारी किल्लत, सरकार ने पेट्रोल, दवाओं से सब्सिडी हटाई तो राष्ट्रपति भवन में घुसे प्रदर्शनकारी
Tribal Entrepreneurship: वन से बरस रहा धन; शहद से लेकर घास तक से हो रहे मालामाल, जानिए पूरी कहानी