सार

कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को तमिलनाडु में होंगे। वहां चुनावी कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं उनके उत्तर भारतीय वाले बयान से कांग्रेस के कुछ नेता नाराज हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि शनिवार को जम्मू में होने वाली बैठक के बाद नेता पार्टी की टॉप लीडरशिप के खिलाफ तल्ख बयान जारी कर सकते हैं। कांग्रेस के इन नेताओं को जी 23 के नाम से जाना जाता है।

नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को तमिलनाडु में होंगे। वहां चुनावी कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं उनके उत्तर भारतीय वाले बयान से कांग्रेस के कुछ नेता नाराज हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि शनिवार को जम्मू में होने वाली बैठक के बाद नेता पार्टी की टॉप लीडरशिप के खिलाफ तल्ख बयान जारी कर सकते हैं। कांग्रेस के इन नेताओं को जी 23 के नाम से जाना जाता है।

आज जी 23 नेताओं का दिख सकता है विरोध
ये वही नेता हैं, जिन्होंने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी के चलाने के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे। ये नेता शनिवार को जम्मू में इकट्ठे होकर अपनी ताकत दिखाएंगे।

जी 23 में कौन-कौन नेता शामिल हैं?
सोनिया गांधी को लिखे पत्र में हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में गुलाम नबी आजाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, सांसद विवेक तन्खा, मुकुल वासनिक, जितिन प्रसाद, भूपिंदर सिंह हुड्डा, राजेंदर कौर भट्टल, एम वीरप्पा मोइली, पृथ्वीराज भवन, पी जे कुरियन, अजय सिंह, रेणुका चौधरी और मिलिंद देवड़ा शामिल हैं। पूर्व पीसीसी प्रमुख राज बब्बर (यूपी), अरविंदर सिंह लवली (दिल्ली) और कौल सिंह ठाकुर (हिमाचल),  कुलदीप शर्मा, दिल्ली के पूर्व स्पीकर योगानंद शास्त्री और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी शामिल हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के जी 23 में शामिल एक सीनियर नेता ने कहा, पार्टी में इस समय जो चल रहा है वह पिछले साल दिसंबर में हुई पार्टी की वर्किंग कमेटी के फैसले से एकदम उलट है। अब तक कोई चुनाव या सुधार नजर नहीं आए हैं। 

एक अन्य नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह राहुल गांधी के लिए सीधा मैसेज है। हम देश को दिखाना चाहते हैं कि उत्तर से दक्षिण तक भारत एक है। 

राहुल के किस बयान पर मचा बवाल?
राहुल ने तिरुवनंतपुरम में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, पहले 15 वर्षों के लिए मैं उत्तर में एक सांसद था। मुझे एक अलग प्रकार की राजनीति की आदत हो गई थी। लेकिन केरल आना मेरे लिए ताजगी भरा रहा, क्योंकि यहां के लोग मुद्दों की राजनीति करते हैं और सिर्फ सतही नहीं, बल्कि मुद्दों की तह तक जाते हैं।