सार

पांच राज्यों में चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस 2024 के लिए मजबूत होने की तैयारी कर रही है। बैठकों और मंथन का दौर जारी है। जी-23 के नेता भी जल्द सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं। इस बीच हार का ठीकरा पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल पर फोड़ा जा रहा है। उन्हें हटाकर हिंदी के जानकार को पद देने की मांग की गई है। 

नई दिल्ली।  पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों (Five State elections 2022) में कांग्रेस (Congress) को मिली करारी हार के बाद पार्टी मंथन में जुटी है। कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन को गंभीर चिंता का कारण बताया गया है। बैठकों और मंथन के दौर के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam nabi azad) और जी - 23 के कुछ अन्य नेता जल्द ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi)और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात करेंगे। बैठक का समय अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन यह जल्द होने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि सोनिया गांधी से बात करने के बाद हम (आजाद और जी-23 के अन्य नेताओं के साथ) बैठक का समय तय करेंगे और इसकी जानकारी देंगे। बताते चलें कि पहले सिर्फ गुलाम नबी आजाद का सोनिया से मिलने का कार्यक्रम था।   

राहुल से मिले हुड्डा, दिए सुधार के टिप्स
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुरुवार को राहुल गांधी से मुलाकात की। जी-23 के नेता हुड्डा सबसे पहले कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने हुड्डा से जी-23 नेताओं की बैठक और उनके संकल्प के बारे में पूछा। हुड्डा ने कांग्रेस कार्यसमिति के चुनाव और भविष्य के निर्णय केवल सीडब्ल्यूसी में चर्चा के माध्यम से लेने का सुझाव दिया, क्योंकि इसका उल्लेख जी-23 समूह ने भी किया था। सूत्रों ने बताया कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी के साथ बैठक में पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को उनके पद से हटाने के बाद एक अनुभवी व्यक्ति की नियुक्ति की भी मांग की। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत की राजनीति को समझने वाले और हिंदी को बेहतर जानने वाले को यह पद दिया जाना चाहिए। हुड्डा ने स्पष्ट किया कि पार्टी में निर्णय कौन ले रहा है क्योंकि पार्टी के फैसलों की जानकारी हमें समाचार पत्रों से मिलती है। उन्होंने पार्टी के निर्णयों को सामूहिक रूप से लेने की मांग की। हुड्डा ने कहा कि जी-23 नेताओं ने कोई पार्टी विरोधी गतिविधियां नहीं की हैं।पुरानी पार्टी में व्यापक सुधारों का आह्वान करने वाले जी-23 नेताओं ने बुधवार को पांच राज्यों पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर और गोवा में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार पर चर्चा करने के लिए मीटिंग की। इस मीटिंग में पार्टी नेता कपिल सिब्बल, भूपिंदर सिंह हुड्डा, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, शशि थरूर, मणिशंकर अय्यर, पीजे कुरियन, परनीत कौर, संदीप दीक्षित और राज बब्बर भी मौजूद थे।   

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सिब्बल और वाघेला से सहमत नहीं नेता
हुड्डा ने शंकर सिंह वाघेला और कपिल सिब्बल द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाने की बात पर कहा कि हम उनसे सहमत नहीं हैं। गौरतलब है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद सिब्बल ने एक अखबार को इंटरव्यू दिया था, जिसमें पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की बात कही गई थी। इससे पहले सोनिया गांधी ने पांच राज्यों में चुनाव की हार के बाद सभी राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों से इस्तीफा मांगा था।

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