सार
उत्तर 24 परगना में एक चुनावी सभा के दौरान तृणमूल कांग्रेस(TMC) नेता मदन मित्रा ने भाजपा से धमकीभरे अंदाज में कहा है कि अगर वो दूध मागेगी तो खीर देंगे, लेकिन बंगाल मांगा, तो चीर देंगे। उन्होंने मोदी पर भी हमला बोला।
कोलकाता, पश्चि बंगाल. यहां आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है। तृणमूल कांग्रेस(TMC) में भाजपा की सेंधमारी के बीच विवादास्पद बयानों का दौर भी चल पड़ा है। उत्तर 24 परगना में आयोजित एक सभा के दौरान तृणमूल कांग्रेस(TMC) नेता मदन मित्रा ने भाजपा से धमकीभरे अंदाज में कहा है कि अगर वो दूध मागेगी तो खीर देंगे, लेकिन बंगाल मांगा, तो चीर देंगे। उन्होंने मोदी पर भी हमला बोला। मित्रा ने कहा कि वे सुबह की मीटिंग में शामिल होंगे और शाम को मसालें यानी हथियार लेकर आएंगे।
यह भी कहा
मदन मित्रा ने कहा कि वे रात को मसालें लेकर आएंगे, लेकिन यह नहीं बताएंगे कि ये मसालें क्या हैं? मित्रा ने भाजपा को धमकी देते हुए कहा-'जिस मसालों का इस्तेमाल तुम लोग कर रहे हो, हम भी उन्हीं मसालों का इस्तेमाल करेंगे।' मित्रा ने मोदी शब्द का मतलब लोकतंत्र की हत्या बताया। उन्होंने कहा कि मोदी चाहें, तो उनके खिलाफ केस दर्ज कर सकते हैं।
टीएमसी में भगदड़ जारी...
इस बीच टीएमसी के विद्रोही नेता राजीब बनर्जी शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। यह जानकारी भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दी। बनर्जी ने पिछले हफ्ते उन्होंने विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया था और बाद में पार्टी छोड़ दी। बनर्जी ने शनिवार को दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ राणाघाट के पूर्व विधायक (नादिया जिले) पार्थसारथी चट्टोपाध्याय और हावड़ा के पूर्व मेयर रथिन चक्रवर्ती भी थे। इन सभी लोगों ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। इसके अलावा टीएमसी विधायक बैशाली दलिया और प्रबीर घोषाल भी भाजपा में शामिल हुए।
17 दिन में दूसरे मंत्री का इस्तीफा
5 जनवरी को खेल मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने इस्तीफा दे दिया था। 17 दिन बाद राजीब बनर्जी ने इस्तीफा दिया। राजीब दोमजुर से विधायक है। उन्होंने इस्तीफे की एक कॉपी गवर्नर जगदीप धनखड़ को भी भेज दी है। एक महीने में 3 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। दिसंबर में ममता के खास रहे शुभेंदु अधिकारी ने मंत्री पद छोड़ दिया था। 20 जनवरी को विधायक अरिंदम भट्टाचार्य भी भाजपा में शामिल हो गए थे। वो नादिया के शांतिपुर से विधायक हैं।