सार
प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना और कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई ने हिंदुत्व को लेकर एक बयान देकर नई बहस को जन्म दे दिया है। साराभाई ने आरोप लगाया कि हिंदुज्म के नाम पर हिंदुत्व को लोगों के गले से नीचे उतारा जा रहा है।
कोलकाता(Kolkata). प्रख्यात शास्त्रीय नृत्यांगना और कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई(Eminent classical dancer and activist Mallika Sarabhai) ने हिंदुत्व को लेकर एक बयान देकर नई बहस को जन्म दे दिया है। रविवार(15 जनवरी) को देश में आदर्शों के पूर्ण विनाश पर निराशा व्यक्त करते हुए साराभाई ने आरोप लगाया कि हिंदुज्म के नाम पर हिंदुत्व को लोगों के गले से नीचे उतारा जा रहा है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
ब्रांड बिल्डिंग में अंधे हो गए लोग
कोलकाता में एपीजे कोलकाता साहित्य महोत्सव(APJ Kolkata Literary Festival) के समापन दिवस पर 68 वर्षीय पद्म भूषण पुरस्कार विजेता मल्लिका साराभाई ने अपने जीवन, करियर और नृत्य की दुनिया में दीक्षा के बारे में एक सत्र के दौरान कहा कि हिंदुज्म वास्तव में सवाल पूछने के बारे में है। उन्होंने कहा-"आज मैं जो कुछ भी देख रही हूं, वह मुझे पूरी तरह से नष्ट कर रहा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि भारत में हमारे आदर्शों का पूर्ण विनाश होगा। इतने सारे लोग एडवरटाइजमेंट और ब्रांड-बिल्डिंग की महिमा से अंधे हो गए हैं।
साराभाई ने कहा कि कोलकाता आना और वास्तव में विभिन्न धर्मों के (लोगों) को साथ-साथ रहना बहुत अच्छा लग रहा है। साराभाई ने कहा, जो मुझे गुजरात, अहमदाबाद में समान रूप से नहीं दिखता है। उन्होंने दावा किया कि उसके कई दोस्त जेल में हैं, सवाल पूछने के लिए मुकदमे का सामना कर रहे हैं। जाहिर तौर पर उनका आशय हाल के दिनों में कुछ राइट्स एक्टिविस्ट्स की गिरफ्तारी से है।
प्रसिद्ध डांसर ने कहा, "हिंदू धर्म प्रश्न पूछने के बारे में है, जैसा कि हमारे शास्त्रों में प्रकट होता है। दुर्भाग्य से, यह हिंदुत्व के रूप में हिंदू धर्म है, जो हमें उद्धृत( quoted) किया जाता है और (लोगों के गले के नीचे) धकेल दिया जाता है।"
साराभाई, जिन्होंने 1980 के दशक में पीटर ब्रुक के नाटक द महाभारत में द्रौपदी की भूमिका निभाई थी। एकल नाट्य कृतियों में अभिनय करने के अलावा शक्ति: द पावर ऑफ वुमेन 'और को डायरेक्टर वीमेन विद ब्रोकन विंग्स' ने कहा कि बंगाल उन कुछ राज्यों में से एक है, जहां समाज में अभी भी बहुलवाद(pluralism) मौजूद है। कोलकाता ने हमेशा मुझे दुनिया के किसी भी हिस्से से ज्यादा प्यार दिया है।
भाजपा नेता रूपा गांगुली ने दी प्रतिक्रिया
साराभाई की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता रूपा गांगुली ने कहा कि हिंदू धर्म केवल धर्म नहीं है, बल्कि जीवन का एक तरीका है, जो प्रकृति से जुड़ा है। हिंदुत्व(Hindutva) एक हिंदी शब्द है और हिंदू धर्म(Hinduism) एक विश्व स्तर पर जाना जाने वाला अंग्रेजी शब्द है। पूर्व राज्यसभा सांसद गांगुली ने कहा कि दोनों भावों में यही एकमात्र अंतर है।
अपने कई दोस्तों के जेल में होने के साराभाई के आरोपों पर गांगुली ने दावा किया कि उन्होंने खुद पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ सवाल उठाने के लिए मीडिया ट्रायल का सामना किया है। गांगुली ने कहा-"मैडम बात करने से पहले यह पता कर लें कि बंगाल में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अत्याचार के कितने मामले दर्ज नहीं होते हैं? इतनी बड़ी शख्सियत से मैं इतनी ही उम्मीद करती हूं।"
(तस्वीर- कोलकाता में 15 जनवरी को एपीजे कोलकाता साहित्य महोत्सव 2023 के दौरान पद्म श्री से सम्मानित गायिका उषा उथुप और भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना मल्लिका साराभाई)
यह भी पढ़ें
ओडिशा के राज्यपाल ने पुरी जगन्नाथ मंदिर को लेकर दिया विवादित सुझाव, जमकर हो रहा विरोध, बीजेपी की दो टूक नसीहत
नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को बीजेपी का जवाब, धर्मेंद्र प्रधान बोले-पीएम पद के लिए नो वैकेंसी...