सार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Narayan Rane Vs Uddhav Thackarey) को थप्पड़ मारने वाले बयान के बाद गिरफ्तार होकर जमानत पर रिहा हुए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने twitter पर लिखा-सत्यमेव जयते।
मुंबई. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा यूं ही बात-बात में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे(Chief Minister Uddhav Thackeray) को थप्पड़ मारने वाले बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल लाकर रख दिया है। राणे मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद बेशक जमानत पर रिहा हो गए, लेकिन इस मामले ने राज्य में भाजपा और शिवसेना के बीच 'टसल' बढ़ा दी है। जमानत मिलने के बाद नारायण राणे ने अपने twitter हैंडल पर लिखा-सत्यमेव जयते। मीडिया से चर्चा करते हुए राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे उनसे डरते हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे का बयान भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड में
इस मामले में उद्धव ठाकरे भी निशाने पर हैं। लोगों ने उनका एक बयान सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने मई 2018 में महाराष्ट्र के पालघर में चुनाव प्रचार के दौरान एक घटना का जिक्र करते कहा था कि शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते समय योगी आदित्यनाथ खड़ाऊं पहने थे। उन्होंने शिवाजी का अपमान किया। 'यह योगी तो गैस के गुब्बारे की तरह है, जो सिर्फ हवा में उड़ता रहता है। आया और सीधे चप्पल पहनकर महाराज के पास गया। ऐसा लग रहा है उसी चप्पल से उसे मारूं।'
पहले 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने को कहा था
नारायण राणे को 30 अगस्त और 6 सितंबर को रायगढ़ की अदालत में पेश होने को कहा गया है। बता दें कि पहले कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। उनकी जमानत याचिका रत्नागिरी कोर्ट ने खारिज कर दी थी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी उन्हें राहत नहीं दी थी। इसके बाद उन्हें मंगलवार शाम करीब 5 बजे हिरासत में लिया था। उन्हें रागगढ़ जिले की महाड कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने उनकी 7 दिन की रिमांड मांगी थी। लेकिन दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। कोर्ट में राणे की पत्नी नीलम राणे भी मौजूद थीं।
गिरफ्तारी के बाद राजनीति गर्माई
राणे की गिरफ्तारी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा-महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है।
हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी।
पुणे में बोलते हुए महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा-केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की जमानत राज्य सरकार के मुंह पर एक और तमाचा है, जिसे पुलिस और गुंडों की मदद से चलाया जा रहा है।
जानें मुख्यमंत्री के बारे में क्या कहा था
सोमवार को रायगढ़ में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान नारायण राणे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा था- यह शर्म की बात है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि यह स्वतंत्रता दिवस की कौन सी वर्षगांठ है। उन्होंने 15 अगस्त को स्पीच के दौरान पीछे खड़े लोगों से पूछा कि आजादी को कितने साल हो गए। अगर मैं वहां होता तो उनको जोरदार थप्पड़ मार देता। इस बयान के बाद शिवसेना ने उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था। जगह-जगह हंगामा भी हुआ था।