सार
कोरोना वायरस के BF7 वैरिएंट ने चीन में हालात बद से बदतर कर दिए हैं। चीन में इस समय न तो अस्पतालों में बेड बचे हैं और न मेडिकल स्टोर्स पर दवाएं। मरने वालों का आंकड़ा इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि उनके अंतिम संस्कार के लिए भी 20 दिनों की वेटिंग चल रही है। हालांकि, चीन में कोरोना विस्फोट के बीच भारत के लिए राहतभरी खबर है।
Corona BF7 Variant in China: कोरोना वायरस के BF7 वैरिएंट ने चीन में हालात बद से बदतर कर दिए हैं। चीन में इस समय न तो अस्पतालों में बेड बचे हैं और न मेडिकल स्टोर्स पर दवाएं। मरने वालों का आंकड़ा इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि उनके अंतिम संस्कार के लिए भी 20 दिनों की वेटिंग चल रही है। हालांकि, चीन में कोरोना विस्फोट के बीच भारत के लिए राहतभरी खबर है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में कोरोना का BF7 वैरिएंट बेअसर है, क्योंकि यहां लोगों के पास हर्ड इम्युनिटी डेवलप हो चुकी है।
सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के डायरेक्टर विनय के नंदीकूरी के मुताबिक, भारतीयों में अब हर्ड इम्युनिटी बन चुकी है। एक तो यहां ज्यादातर लोग कोरोना से संक्रमित होकर नेचुरल इम्युनिटी बना चुके हैं। इसके अलावा उन्हें कोरोना की डबल डोज वैक्सीन भी लग चुकी है, जिससे उनके अंदर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अच्छी इम्युनिटी डेवलप हो चुकी है। ऐसे में BF7 वेरिएंट भारत में बेअसर रहेगा। हालांकि, चीन में ये वायरस कहर ढा रहा है।
चीन में 20 दिन में आए 25 करोड़ मरीज :
मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, चीन में 1 से 20 दिसंबर के बीच कोरोना के करीब 24.80 करोड़ केस आए हैं। हालांकि, चीन कभी भी अपने सही आंकड़े नहीं बताता है। लेकिन एक सरकारी दस्तावेज के लीक होने के बाद ये आंकड़े सामने आए हैं। बता दें कि कोरोना का BF7 वैरिएंट चीन समेत अब तक 10 देशों में फैल चुका है।
भारत में 232 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लग चुकीं :
CCMB के डायरेक्टर विनय के नंदीकूरी के मुताबिक, भारत में कोराना के संक्रमण को लेकर अब उतनी ज्यादा टेंशन नहीं है, जितनी डेल्टा प्लस वैरिएंट के समय दूसरी लहर के दौरान हुई थी। इसकी वजह अब हमारे पास हर्ड इम्युनिटी का होना भी है। भारत ने कोरोना के अब तक के सबसे खतरनाक वैरिएंट डेल्टा प्लस की लहर को देखा है। इसके बाद हमारा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी काफी अच्छा रहा है और भारत में अबतक 232 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लग चुकी हैं। इसके बाद अब भारत में बूस्टर डोज भी लगाई जा रही हैं। ऐसे में भारत को फिलहाल इससे चिंता करने की जरूरत नहीं है।
चीन में इसलिए हुआ कोरोना विस्फोट :
चीन में कोरोना विस्फोट होने के पीछे कई वजहें हैं। सबसे पहले तो चीन की जीरो कोविड पॉलिसी है, जिसे वहां लंबे समय तक लागू किया गया। जब जनता ने विरोध शुरू किया तो अचानक इसमें ढील दी गई और लोगों ने यहां-वहां आना शुरू कर दिया। ज्यादातर लॉकडाउन में रहने की वजह से चीनी वायरस की चपेट में नहीं आए और उनके भीतर इम्युनिटी डेवलप ही नहीं हो पाई। इसके बाद जब अचानक ढील दी गई तो कोरोना विस्फोट हो गया।
वैक्सीनेशन को लेकर भी ढुलमुल रवैया :
चीन सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर भी ढुलमुल रवैया अपनाया। चीन में बुजुर्गों का सिर्फ 40% ही वैक्सीनेशन हुआ, जिसके चलते हालात बहुत ज्यादा बिगड़ गए। वहीं भारत में इसके उलट सबसे पहले बुजुर्गों को वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता दी गई। इसके जरिए भारत में बड़ी उम्र की आबादी को सुरक्षित करने के प्रयास किए गए।
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