सार

 कोरोना वैक्सीन को लेकर अगले महीने तक खुशखबरी आ सकती है। भारत बॉयोटेक के चीफ एक्जीक्यूटिव अधिकारी कृष्ण मोहन इला ने कहा, हम इसको लेकर सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं। 

नई दिल्ली. भारत बॉयोटेक के चीफ एक्जीक्यूटिव अधिकारी कृष्ण मोहन इला ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन की खोज सही दिशा में चल रही है और एक महीने के बाद खुशखबरी मिल सकती है। मोहन ने एक न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में मंगलवार को कहा कि हम थॉमस जेफरसन यूनिवर्सिटी ऑफ फिलेडेल्फिया के साथ कोरोना की वैक्सीन खोजने में लगे हैं। अगला महीना हमारी खोज के लिए काफी मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी रिसर्च सकारात्मक दिशा में है और वैज्ञानिक इसको लेकर काफी मेहनत कर रहे हैं। हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ने दावा किया था कि साल के अंत तक कोरोना की वैक्सन बना लेंगे और 6 महीने में इसका प्रयोग शुरू हो जाएगा। 

कुछ दावा नहीं कर सकते

मोहन ने कहा कि हम साइंटिस्ट हैं, हमें साइंस पर भरोसा है। हम विज्ञान के हिसाब से चल रहे हैं, लेकिन हम कुछ भी पहले से दावा नहीं कर सकते। मोहन ने कहा कि हमने अभी तक समय का कोई लक्ष्य नहीं रखा है। हमारे सभी वैज्ञानिक मेहनत से काम कर रहे हैं। पूरी दुनिया की मीडिया की नजरें वैक्सीन के डेवलपमेंट पर लगी हैं। उन्होंने कहा कि हम यह भी नहीं बता सकते कि वैक्सीन का काम कहां तक पहुंचा है। जब यह बन जाएगी तो सभी के लिए उपलब्ध रहेगी। 

भारत में कोरोना का हाल

भारत में पिछले 24 घंटे में 8,390 केस सामने आए हैं। वहीं, कुल केस 1 लाख 90 हजार से भी ज्यादा हो चुके हैं। केस के मामले में भारत, जर्मनी और फ्रांस को पीछे छोडक़र दुनिया में सातवें नंबर पर पहुंच गया है। 91,879 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। भारत में रिकवरी रेट 48.19 प्रतिशत है। वहीं, डेथ रेट 2.83 प्रतिशत है।