सार
नरसंहार(Birbhum Massacre) के कारण देशभर में बदनामी झेल रहे बीरभूम में अब एक आदिवासी लड़की से गैंग रेप(Birbhum gang rape) के मामले ने पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लड़की के साथ उस समय गैंग रेप किया गया, जब वो अपने दोस्त के साथ नदी किनारे बैठी थी। बता दें कि पिछले दिनों नादिया जिले के हंसखाली में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप के मामले में ममता सरकार(mamta banerjee government) पहले ही घिरी हुई है।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के बाद अब बीरभूम में गैंग रेप का मामला सामने आया है। बता दें कि नरसंहार(Birbhum Massacre) के कारण देशभर में बदनामी झेल रहे बीरभूम में एक आदिवासी लड़की से गैंग रेप(Birbhum gang rape) की घटना हुई है। लगातार होती इन घटनाओं ने पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लड़की के साथ उस समय गैंग रेप किया गया, जब वो अपने दोस्त के साथ नदी किनारे बैठी थी। बता दें कि पिछले दिनों नादिया जिले के हंसखाली में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप के मामले में ममता सरकार(mamta banerjee government) पहले ही घिरी हुई है।
प्रेमी के साथ नदी किनारे बैठी थी, तभी तीन आरोपियों ने किया गैंग रेप
यह मामला गुरुवार रात का बताया जाता है। पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार, पीड़ित आदिवासी लड़की अपने एक दोस्त के साथ कोपई नदी के किनारे बैठी थी, तभी तीन लोगों ने उसके साथ गैंग रेप किया। लड़की को बोलपुर के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार सुबह IPS अधिकारी क्राइम सीन पर गए। बीरभूम के पुलिस अधीक्षक(SP) नागेंद्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस को लिखित शिकायत मिली है। जांच जारी है। हालांकि शुक्रवार दोपहर तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
नादिया मामले ने ममता सरकार की किरकिरी कराई
नादिया जिले के हंसखाली में नाबालिग लड़की से रेप के मामले में पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस(TMC) के नेता के बेटे को अरेस्ट किया था। रेप की घटना के बाद लड़की की मौत हो गई थी। लड़की के साथ एक जन्मदिन की पार्टी में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार(gang-raped) किया गया। नादिया मामले में पीड़िता की उम्र 14 साल थी। वो नौवीं कक्षा की छात्रा थी। पीड़िता के परिजनों ने दावा किया कि मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस के एक पंचायत सदस्य का बेटा है। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय जांच ब्यूरो(CBI) मामले की जांच कर रही है। वहीं, भाजपा की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम ने शुक्रवार को नादिया का दौरा किया और लड़की के परिवार से मुलाकात की। इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की आलोचना हुई थी। उन्होंने कहा था- यह देखना होगा कि बलात्कार पीड़िता का प्रेम संबंध था या वह गर्भवती थी।
नरसंहार के कारण बदनाम हुआ था बीरभूम
बता दें कि बीरभूम के रामपुरहाट के बोगतई गांव में 21 मार्च को हिंसा(West Bengal Political Violence) हुई थी। इसमें 10 लोगों की मौत होना बताई गई। इनमें कुछ बच्चे भी थे। कलकत्ता हाईकोर्ट(Calcutta High Court) ने इस नरसंहार की जांच का जिम्मा भी CBI को सौंप दिया था। बोगतई गांव में हिंसा की शुरुआत तृणमूल कांग्रेस(TMC) के स्थानीय नेता और बरशल ग्राम पंचायत बोकतुई के उप प्रमुख भादु शेख की 21 मार्च को हत्या(TMC leader Bhadu Sheikh was killed on Monday) के बाद हुई थी।