सार

साइक्लोन बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) गुजरात के तट पर गुरूवार को पहुंचने वाला है लेकिन यहां द्वारका, भुज, जामनगर जैसे स्थानों पर भारी बारिश शुरू हो गई है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं और तेज हवाओं ने तबाही मचानी शुरू कर दी है।

Cyclone Biparjoy. बीते 6 जून को साउथ-सेंट्रल अरब सागर से साइक्लोन बिपरजॉय की शुरूआत हुई और अब यह उत्तर की तरफ बढ़ रहा है। भारत के गुजरात, मुंबई, गोवा और केरल में साइक्लोन बिपरजॉय की वजह से भारी बारिश शुरू हो गई है। इतना ही नहीं तेज हवाओं ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गुजरात के द्वारका, भुज और जामनगर में तेज हवा के साथ हो रही बारिश ने पेड़ों और बिजली के खंभों को काफी नुकसान पहुंचाया है।

150 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

एक्सपर्ट्स की मानें तो साइक्लोन बिपरजॉय 15 जून को गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। इस दौरान वहां पर करीब 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। मौसम विभाग ने भी अलर्ट जारी किया है कि 14 जून से 16 जून के बीच भारी बारिश होगी और उसका असर दिखने लगा है। गुजरात, मुंबई और केरल के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की 18 और एसडीआरएफ की 12 टीमों को तूफान से प्रभावित होने वाले एरिया में तैनात कर दिया गया है।

केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया दौरा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुजरात के कच्छ में हॉस्पिटल्स का दौरा किया और इंतजामों को रिव्यू किया है। हॉस्पिटल में बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और क्रिटिकल केयर की जानकारी हासिल की गहै। केंद्रीय मंत्री ने साइक्लोन से बचाव के उपायों को भी जाना है। रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक करीब 47 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बिजली की तत्काल आपूर्ति के लिए 597 टीमों को तैयार किया गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो साइक्लोन की वजह से अभी तक कुल 7 लोगों की मौत हो चुकी है। सौराष्ट्र में 65 गांवों की बिजली कटौती हुई और 12 हजार से ज्यादा बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा है। जामनगर का रूरल एरिया सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।

एनडीआरएफ की कैसी है तैयारी

साइक्लोन बिपरजॉय से बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। अधिकारियों की मानें तो एनडीआरएफ की 18 टीमें तैनात की गई हैं जबकि 2 टीमों को रिजर्व में रखा गया है। वहीं एसडीआरएफ की 12 टीमें भी तूफान प्रभावित एरिया में तैनात हैं। गुजरात के कांडला बंदरगाह पर संचालन रोक दिया गया है। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर स्थापित कराया है, ताकि किसी भी इमरजेंसी से मुकाबला किया जा सके।

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