सार

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में नाबालिग दलित बहनों की रेप के बाद हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने पांच मुस्लिम आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सोशल मीडिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि अब खुद को धर्मनिरपेक्ष बताकर विरोध प्रदर्शन करने वाले कहां गए?
 

लखीमपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में नाबालिग दलित बहनों की रेप और हत्या के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से पांच मुस्लिम हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है। लोग कह रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ कोई घटना होने पर चीखने-चिल्लाने वाले लोग इस वक्त कहां हैं? दो दलित लड़कियों की रेप के बाद हत्या हो गई, लेकिन कोई उन्हें न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च नहीं निकाल रहा है। 

महेश विक्रम हेगड़े नाम के एक यूजर ने ट्वीट किया है कि उत्तरप्रदेश के लखीमपुर में दो दलित बहनों की रेप के बाद हत्या कर दी गई और उन्हें पेड़ से टांग दिया गया। छोटू, सुहेल, जुनैद, हफीजुल्लाह, करीमुद्दीन और आरिफ को रेप और हत्या के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में खुद को उदारवादी बताने वाले क्यों सामने नहीं आ रहे हैं? क्यों खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने वाले लोग जलती मोमबत्ती लेकर पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग नहीं कर रहे हैं?

 

 

 

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रेप के बाद हुई हत्या
बता दें कि लखीमपुर खीरी जिला के निघासन थाना क्षेत्र में बुधवार की शाम करीब छह बजे दो सगी नाबालिग दलित बहनों के शव पेड़ से लटके मिले थे। गुरुवार को पुलिस ने बताया कि दुष्कर्म के बाद दोनों बहनों की हत्या की गई थी। वारदात में छह लोग शामिल हैं। इसमें एक हिंदू बाकी युवक मुस्लिम है। पुलिस ने नामजद छोटू समेत छह आरोपी छोटू, सुहेल, जुनैद, हफीजुल्लाह, करीमुद्दीन, आरिफ को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें से एक अभियुक्त जुनैद को झंडी चौकी क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है और उसके पैर में गोली लगी है।

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