सार
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में 18-25 मार्च 2022 तक केरल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफके) का आयोजन किया जा रहा है। यह 26वीं फिल्म फेस्टिवल है। इस महोत्सव की मुख्य अतिथि ISIS अटैक सर्वाइवर हैं।
तिरुवनंतपुरम। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में 18-25 मार्च 2022 तक केरल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफके) का आयोजन किया जा रहा है। यह 26वीं फिल्म फेस्टिवल है। इस महोत्सव की मुख्य अतिथि ISIS अटैक सर्वाइवर हैं।
तुर्की की युवा कुर्द निदेशक लिसा चालान ने आईएसआईएस के आत्मघाती हमले में अपने दोनों पैर खो दिए थे। दोनों पैर खोने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने कृत्रिम अंगों की मदद से अपने कलात्मक प्रयासों को पुनर्जीवित करने में कामयाबी हासिल की है। आईएफएफके के 26वें संस्करण में उन्हें स्पिरिट ऑफ सिनेमा अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें 5 लाख रुपए भी दिए जाएंगे।
फेस्टिवल में दिखाई जाएगी फिल्म 'द लैंग्वेज ऑफ द माउंटेंस'
उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'द लैंग्वेज ऑफ द माउंटेंस' फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। निजी जीवन में भी उनका संघर्ष किसी सस्पेंस थ्रिलर से ज्यादा नाटकीय है। आईएसआईएस के एक आत्मघाती हमलावर ने मुख्य विपक्षी एचडीपी की एक रैली में खुद को उड़ा लिया था। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गईं थी। उन्होंने अपने दोनों पैर खो दिए थे।
महोत्सव में 19 फिल्म निर्माताओं की पहली फिल्म की होगी स्क्रीनिंग
केरल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 19 फिल्म निर्माताओं की पहली फिल्म की स्क्रीनिंग होगी। पांच महिलाओं सहित फिल्म निर्माताओं की पहली फिल्मों को विभिन्न श्रेणियों के तहत प्रदर्शित करने के लिए चुना गया है। इस वर्ष महोत्सव में 26 मलयालम फिल्में दिखाई जाएंगी। फेस्टिवल में पहली बार तीन फिल्में दिखाई जाएंगी। इस खंड के अंतर्गत मलयालम फिल्में कृषंद की आवास व्युहम और तारा रामानुजन की निशिधो हैं। विनोद राज की कंकड़ (तमिल) एक और दक्षिण भारतीय फिल्म है जिसे इस खंड में प्रदर्शित किया जाएगा।
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नथाली अल्वारेज मेसेन की 'क्लारा सोला' (जिसने सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए गुलडबैग्स पुरस्कार जीता) एंटोनेटा कुसीजानोविक की 'मुरीना', दीना आमेर की 'यू रिसेम्बल मी' और मौनिया अक्ल की 'कोस्टा ब्रावा लेबनान' को इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन कैटेगरी में दिखाया जाएगा। विग्नेश पी शशिधरन की फिल्म 'उदारणी', विष्णु नारायण की 'बन्नेरघट्टा', शानू वर्गीस की 'आर्करियाम', कृष्णेंधु कलेश का 'हॉक का मफिन'और अटल कृष्णन की 'मूवी कैमरा वाली महिलाएं' महोत्सव में आने वाले मलयालम डेब्यू में शामिल होंगी।
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