सार
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 'तरुण विजय' कार रैली को हरी झंडी दिखाई। यह रैली लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को दिल्ली के इंडिया गेट से भारतीय वायु सेना (IAF) की कार रैली को रवाना किया। इस रैली का आयोजन IAF की 92वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया जाएगा। रैली की औपचारिक शुरुआत 8 अक्टूबर को लद्दाख के थोईस से होगी। यह 8 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए अरुणाचल प्रदेश के तवांग पहुंचेगी।
उत्तराखंड युद्ध स्मारक (UWM) के सहयोग से रैली का आयोजन किया जा रहा है। इसमें IAF में सेवा दे रहे और पूर्व सैनिकों का समूह 21 दिनों में 7,000km की दूरी तय करेगा। तीन पूर्व वायुसेना प्रमुख, एसीएम एवाई टिपनिस, एसीएम अरूप राहा और एसीएम आरकेएस भदौरिया विभिन्न स्थानों पर रैली में शामिल होंगे।
राजनाथ सिंह बोले- वायुसेना में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित होंगे युवा
इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि भारतीय वायुसेना अपनी 92वीं वर्षगांठ पर लद्दाख के थोईस स्थित सबसे ऊंचे एयरबेस से अरुणाचल प्रदेश के तवांग के लिए कार रैली अभियान शुरू कर रही है। यह रूट बौद्ध तीर्थयात्रा के लिए जाना जाता है। इस रैली में हिस्सा लेने वाले लोग स्थानीय छात्रों से बातचीत करेंगे। मुझे यकीन है कि इस पहल से युवा वायुसेना में शामिल होने के लिए उत्साहित होंगे। रैली का मुख्य उद्देश्य युवाओं में वायुसेना के प्रति जागरूकता पैदा करना है।"
पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने एशियानेट न्यूजेबल को बताया, "यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। इससे देश भर के युवाओं में जागरूकता पैदा करने में मदद मिलेगी। थोइस से तवांग तक का चुना गया मार्ग अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है। तरुण विजय की यह पहल युवाओं को प्रोत्साहित करने के साथ ही उनके मन में वायुसेना की अच्छी छवि बनाएगा।"
3,068 मीटर की ऊंचाई पर है थोईस एयर फोर्स स्टेशन
बता दें कि थोईस एयर फोर्स स्टेशन समुद्र तल से 3,068 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह दुनिया के सबसे ऊंचे एयर फोर्स स्टेशनों में से एक है। 8 अक्टूबर को शुरू होने वाली रैली का समापन 29 अक्टूबर को तवांग में होगा। यह छठे दलाई लामा का जन्मस्थान है। यहां तिब्बत के बाहर दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है।
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