सार
पंजाब-हरियाणा सीमा पर सुरक्षा बलों ने बुधवार सुबह रुक-रुक कर आंसू गैस के गोले दागे। इसी बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक बार फिर बातचीत को लेकर तैयार होने की बात कही।
किसान आंदोलन। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी पर केंद्र के साथ बातचीत विफल होने के बाद किसानों ने आज यानी बुधवार (21 फरवरी) से एक बार फिर से दिल्ली चलो विरोध मार्च को शुरू की है। इस दौरान पंजाब-हरियाणा सीमा पर सुरक्षा बलों ने बुधवार सुबह रुक-रुक कर आंसू गैस के गोले दागे। इसी बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक बार फिर बातचीत को लेकर तैयार होने की बात कही। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि वो किसान नेताओं के साथ 5वें दौर की बातचीत के लिए तैयार है। बैठक में MSP मांग, फसल विविधीकरण, पराली (जलाने) मुद्दे और FIR से जुड़े मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार है।
जानें किसान आंदोलन से जुड़ी अब तक की बड़ी बातें
- हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस बैरिकेड्स को हटाने के लिए प्रदर्शनकारियों द्वारा लाए गए उपकरणों को जब्त करने का आग्रह किया है। वहीं शंभू बॉर्डर पर लगभग 1,200 ट्रैक्टर ट्रॉली, 300 कारों और 10 मिनी बसों के साथ लगभग 14,000 किसान सीमा पर जमा हुए हैं।
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसान नेताओं से 5वें दौर की बैठक करने की बात की और साथ ही शांति बनाए रखने की अपील की।
- किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने दोहराया कि किसान शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने सरकार से बैरिकेड हटाने और उन्हें बिना किसी बाधा के दिल्ली जाने की अनुमति देने की अपील की।
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के ऐलान के बाद किसान नेताओं ने बॉर्डर पर ही बैठक की. इसका नेतृत्व नेता सरवन सिंह पंधेर ने किया।
- किसान आंदोलन के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों के लिए बहुत काम किया है।
- किसान आंदोलन के दौरान शंभू बॉर्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। इस दौरान बवाल मच गए और भगदड़ मच गई।
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