Operation Aaghaat Delhi: नए साल से पहले दिल्ली पुलिस ने Operation Aaghaat 3.0 में 200 से ज्यादा अपराधियों को पकड़ा। हथियार, ड्रग्स और चोरी के वाहन बरामद हुए। क्या यह कार्रवाई दिल्ली की सुरक्षा तस्वीर बदल देगी?
Delhi Police Operation Aaghaat 3.0: नए साल से ठीक पहले दिल्ली पुलिस ऑपरेशन आघात 3.0 चर्चा का बड़ा विषय बन गया है। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली पुलिस ने इस विशेष अभियान के तहत आदतन अपराधियों और क्राइम हॉटस्पॉट पर सीधा वार किया। पुलिस का मकसद साफ था-नए साल में अपराध पर लगाम और आम लोगों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाना। इसी वजह से यह ऑपरेशन अचानक, तेज और पूरी रणनीति के साथ चलाया गया।
आखिर क्यों शुरू किया गया Operation Aaghaat 3.0?
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, साल के अंत में चोरी, लूट, ड्रग्स और अवैध शराब जैसे अपराध बढ़ने की आशंका रहती है। इसी को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन आघात 3.0 शुरू किया गया, ताकि अपराधियों को पहले ही दबोच लिया जाए और इलाके में कानून-व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
कितने लोगों से पूछताछ हुई और कितने गिरफ्तार किए गए?
इस अभियान के दौरान पुलिस ने 1,000 से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ की। जांच और चेकिंग के बाद अलग-अलग कानूनों के तहत 285 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 504 लोगों को निवारक कार्रवाई के तहत पकड़ा गया, जबकि 116 लिस्टेड बदमाशों (BCs) को भी हिरासत में लिया गया। कुल मिलाकर, 1,306 लोगों पर पुलिस की कार्रवाई हुई।
किन अपराधों पर रहा पुलिस का खास फोकस?
इस ऑपरेशन में आर्म्स एक्ट, एक्साइज एक्ट, NDPS एक्ट और गैंबलिंग एक्ट से जुड़े मामलों पर सख्ती दिखाई गई। खास तौर पर चोरी, वाहन चोरी और नशे के कारोबार में शामिल आदतन अपराधियों को निशाना बनाया गया। पुलिस ने 10 संपत्ति अपराधियों और 5 ऑटो-लिफ्टरों को भी गिरफ्तार किया।
क्या-क्या बरामद हुआ जिसने सबको चौंका दिया?
Operation Aaghaat 3.0 के दौरान बरामदगी की लिस्ट काफी लंबी है। पुलिस ने
- 21 देसी पिस्तौल,
- 20 जिंदा कारतूस और 27 चाकू,
- 12,258 क्वार्टर अवैध शराब,
- 6.01 किलो गांजा,
- 2,30,990 रुपये नकद,
- छीना-झपटी और लूट से जुड़े 310 मोबाइल फोन,
- 231 दोपहिया वाहन और 1 चार पहिया वाहन जब्त किए।
आगे भी चलेगा क्या Operation Aaghaat?
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान सिर्फ एक बार का नहीं है। आने वाले दिनों में भी दिल्ली पुलिस ऑपरेशन आघात जैसे अभियान जारी रहेंगे। उद्देश्य साफ है-आदतन अपराधियों पर नजर रखना, अपराध को जड़ से खत्म करना और जनता का भरोसा बनाए रखना।
क्या नए साल में दिल्ली ज्यादा सुरक्षित होगी?
ऑपरेशन आघात 3.0 के आंकड़े बताते हैं कि पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में है। इतने बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी और बरामदगी यह संकेत देती है कि नए साल में अपराधियों के लिए दिल्ली आसान नहीं रहने वाली।


