सार
पुजारी ने कहा कि इससे देवनारायण भगवान में आस्था रखने वाले सभी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
नई दिल्ली। पीएम मोदी के प्रसिद्ध श्री देवनारायण भगवान के 1111वें अवतार दिवस कार्यक्रम में दर्शन और चंदा देने के विवाद में मंदिर समिति ने निंदा की है। भीलवाड़ा में देवनारायण मंदिर के पुजारी ने पीएम के दान पर झूठ बोलने के लिए प्रियंका गांधी की निंदा की है। पुजारी ने कहा कि इससे देवनारायण भगवान में आस्था रखने वाले सभी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। मंदिर कमेटी कभी भी दान के बारे में खुलासा नहीं करता है न ही कौन लिफाफा किसका है, इसके बारे में बताया जाता है। ऐसे में प्रधानमंत्री के लिफाफा में 20-21 रुपये की दान वाली बात कहना पूरी तरह से गलत है।
क्या आरोप लगाया था प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के खिलाफ?
दरअसल, प्रियंका गांधी ने एक सार्वजनिक जनसभा में पीएम मोदी द्वारा भीलवाड़ा देवनारायण मंदिर में दान देने को लेकर कटाक्ष किया था। प्रियंका गांधी ने राजस्थान चुनाव प्रचार में 20 अक्टूबर को दौसा की जनसभा में पीएम मोदी पर निशाना साधा था। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी ने एक मंदिर में आकर दान दिया और जब ढक्कन खोला तो उसमें केवल 21 रुपये मिले। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में टीवी पर खबर देखी थी। उन्हें नहीं पता कि ये सच है या नहीं। बीजेपी ने जनता से जो वादे किए थे वो भी मोदी के हाथ में दिए गए उस दान की तरह है।
28 जनवरी को पीएम मोदी पहुंचे थे मंदिर
इसी साल 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के भीलवाड़ा में देव नारायण मंदिर में पूजा अर्चना की थी। स्पेशल पूजा के बाद उन्होंने एक बंद लिफाफा में दान किया था। मंदिर का दानपात्र केवल कुछ विशेष अवसरों पर खोला जाता है। भाद्रपद माह की छठ तिथि के अवसर पर 25 सितंबर को दानपात्र खोला गया था और गिनती हुई थी। इस दानपात्र में पीएम मोदी के नाम का लिफाफा मिला। बताया जा रहा है कि उस लिफाफा में 21 रुपये मिले। हालांकि, मंदिर प्रशासन ने कहा कि मंदिर में मिले दान के बारे में कुछ भी किसी को बताया नहीं जाता है।
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