सार

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी बीच किसानों ने मंगलवार को ऐलान किया कि वे ब्रिटिश सांसदों को पत्र लिखेंगे। इसमें वे ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के 26 जनवरी के दौरे पर भारत आने से रोकने की अपील करेंगे।

नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी बीच किसानों ने मंगलवार को ऐलान किया कि वे ब्रिटिश सांसदों को पत्र लिखेंगे। इसमें वे ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के 26 जनवरी के दौरे पर भारत आने से रोकने की अपील करेंगे। किसानों ने कहा, जब तक भारत सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती, तब तक वे भारत ना आएं। इसके अलावा हरियाणा के किसान 25-27 दिसंबर को हरियाणा के टोल प्लाजा फ्री करेंगे। 

किसान नेता कुलवंत सिंह संधु ने कहा, ब्रिटेन के पीएम 26 जनवरी को भारत आने वाले हैं। हम ब्रिटिश सांसदों को लिख रहे हैं कि वे ब्रिटेन के पीएम को भारत आने से तब तक के लिए रोक दें, जब तक कि किसानों की मांगें भारत सरकार से पूरी नहीं हो जाती। कुलवंत सिंह ने बताया, आज पंजाब के 32 किसान संगठनों की बैठक हुई और उसमें ये फैसला किया गया कि केंद्र सरकार की चिट्ठी पर कल की बैठक में फैसला लिया जाएगा।

किसान संगठनों से मिले कृषि मंत्री
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र​ सिंह तोमर की किसान संघर्ष समिति और भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के साथ कृषि भवन में बैठक की। बैठक के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, आज अनेक किसान यूनियन के पदाधिकारी आए और उनकी ये चिंता है कि सरकार बिलों में कोई संशोधन करने जा रही है। उन्होंने कहा है कि ये बिल किसानों की दृष्टि से बहुत कारगर हैं, किसानों के लिए फायदे में हैं और बिल में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे आशा है कि जल्दी उनका विचार-विमर्श पूरा होगा, वो चर्चा करेंगे और हम समाधान निकालने में सफल होंगे।   इससे पहले 10 से ज्यादा राज्यों के किसान संगठन कृषि कानूनों पर समर्थन दे चुके हैं। 
 
गाजीपुर बॉर्डर पर सड़कें खुलीं
गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। आने-जाने वालों के लिए एक तरफ की सड़क खोल दी है। गाजियाबाद एडीएम शैलेंद्र कुमार ने बताया, किसानों की कमेटी की डीएम और एसएसपी से बात हुई है। एक तरफ की सड़क खोल दी गई है। दूसरी तरफ की सड़क खोलने की भी बात चल रही है।