सार
यहां एक नेत्र-विशेषज्ञ पर दिल्ली में तब्लीगी जमात में शामिल होने की बात छिपाने पर मामला दर्ज किया है। आदिलाबाद के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) में पदस्थ डॉक्टर पर आरोप है कि वह पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था, लेकिन उसने इसकी जानकारी नहीं दी।
हैदराबाद. यहां एक नेत्र-विशेषज्ञ पर दिल्ली में तब्लीगी जमात में शामिल होने की बात छिपाने पर मामला दर्ज किया है। आदिलाबाद के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) में पदस्थ डॉक्टर पर आरोप है कि वह पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था, लेकिन उसने इसकी जानकारी नहीं दी। तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले 1400 से ज्यादा जमाती कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। इसके बाद से पूरे देश में इस जमात को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।
नेत्र-विशेषज्ञ की कोरोना की जांच की गई है। हालांकि, यह रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि, उन्हें अभी भी क्वारंटाइन में रखा गया है। नेत्र-विशेषज्ञ जमात की कमेटी का सदस्य है और 8 मार्च को दिल्ली में जमात में शामिल हुआ था, वहां से वह 10 मार्च को आदिलाबाद लौटा।
तब्लीगी में शामिल होने की नहीं दी जानकारी, मरीजों का करने लगा इलाज
इतना ही नहीं, डॉक्टर ने वापस आकर किसी को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी और 12 मार्च से दोबारा मरीजों का इलाज करने लगा। हालांकि, पुलिस ने बताया कि वह उस जमात का हिस्सा नहीं था, जो वहां बाद में शुरू हुई।
ऐसे खुली पोल
पुलिस के सामने डॉक्टर का नाम तब सामने आया, जब पुलिस कार्यक्रम से लौटने वाले लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही थी। इसके बाद पुलिस ने हेल्थ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद डॉक्टर को आइसोलेशन में रखा गया। RIMS के अफसरों की शिकायत पर पुलिस ने डॉक्टर पर मामला दर्ज कर लिया है।
तेलंगाना सरकार का अफसर पाया गया था पॉजिटिव
इससे पहले तेलंगाना सरकार के एक अफसर पर मामला दर्ज किया गया था। वह भी तब्लीगी जमात के कार्यक्रम से लौटा था और कोरोना पॉजिटिव पाया गया। यह अफसर 15 मार्च को बिना छुट्टी के दिल्ली के कार्यक्रम में शामिल हुआ था।