सार
कहा तो यहां तक जा रहा है कि फौज ने दाऊद को बाहर ले जाकर खत्म करने के लिए उसका कॉमनवैल्थ कंट्री डोमेनिका से पासपोर्ट बनवाया। उसे किसी कैरेबियाई देश भेजने का प्लान बनाया। लेकिन, भारतीय खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर के चलते यह इरादा कामयाब नहीं हो पाया। दाऊद पाकिस्तान से बाहर नहीं निकल पा रहा। अगर दाऊद मारा गया तो फिर इमरान की कुर्सी भी नहीं बचेगी।
दिल्ली। मोस्ट वॉन्टेड दाऊद इब्राहिम को पाल रहा पाकिस्तान उससे निजात पाना चाहता है। वह उसे भारत को सौंपने के लिए तैयार हो सकता है। लेकिन, सेना इसके लिए तैयार नहीं है। कहा जा रहा है कि सेना दाऊद को पाकिस्तान से बाहर कहीं भी मार देना चाहती है। कारण, है कि अक्टूबर में पाकिस्तान को फाइनेंशियल टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के सामने आतंकियों पर की गई कार्रवाई का ब्योरा सौंपना है। ऐसे में पाक को अगर दिवालिया होने से बचना है तो एफएटीएफ की हर शर्त पूरी करनी होगी। क्योंकि, इसके बिना वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ या एशियन डेपलपमेंट बैंक उसे कर्ज नहीं देंगे और ब्लैक लिस्ट कर देंगे। वो जुलाई 2018 से ग्रे लिस्ट में है।
..तो इमरान की कुर्सी पर भी खतरा
कहा तो यहां तक जा रहा है कि फौज ने दाऊद को बाहर ले जाकर खत्म करने के लिए उसका कॉमनवैल्थ कंट्री डोमेनिका से पासपोर्ट बनवाया। उसे किसी कैरेबियाई देश भेजने का प्लान बनाया। लेकिन, भारतीय खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर के चलते यह इरादा कामयाब नहीं हो पाया। दाऊद पाकिस्तान से बाहर नहीं निकल पा रहा। अगर दाऊद मारा गया तो फिर इमरान की कुर्सी भी नहीं बचेगी।
अपने ही जाल में फंसा पाकिस्तान
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इमरान सरकार मान चुकी है कि दाऊद कराची में है। भारत दुनिया को इसके अनगिनत सबूत कई सालों से दे रहा था। वहीं, एफएटीएफ की शर्तें पूरी किए बगैर पाकिस्तान को कर्ज नहीं मिलने वाला। ड्रग्स का धंधा अब लगभग खत्म हो चुका। लिहाजा, सरकार और फौज के पास कोई रास्ता नहीं, वो फंस गए हैं। जानकार कहते हैं कि अगर दाऊद पर कार्रवाई होगी तो इसके सबूत देने होंगे। अब तक दाऊद की देश में मौजूदगी से इनकार करता रहा पाकिस्तान किस मुंह से दुनिया का सामना करेगा? फौज उसे जिंदा नहीं रखना चाहती। वो उसे मार तो सकती है लेकिन, यह राज छिपा नहीं पाएगी।