सार

कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव टल गए हैं। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, CWC मीटिंग में तय किया गया है कि कोरोना महामारी के चलते अभी चुनाव टालना ही ठीक होगा। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 23 जून को अध्यक्ष पद का चुनाव कराने का फैसला किया था। 

नई दिल्ली. कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव टल गए हैं। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, CWC मीटिंग में तय किया गया है कि कोरोना महामारी के चलते अभी चुनाव टालना ही ठीक होगा। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 23 जून को अध्यक्ष पद का चुनाव कराने का फैसला किया था। 

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सोमवार को बैठक हुई। इसमें अध्यक्ष पद के चुनाव, 5 राज्यों में हार और कोरोना जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा जैसे नेताओं ने कहा, कोरोना के दौर में चुनाव की जरूरत नहीं है। 
 
विधानसभा चुनाव में हार पर क्या बोलीं सोनिया गांधी
बैठक में 5 राज्यों के चुनाव नतीजों पर भी चर्चा हुई। इस दौरान सोनिया गांधी ने हार पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, नतीजों पर ध्यान देना होगा। अगर सच्चाई से मुंह फेरा तो सबक नहीं मिलेगा। सोनिया ने कहा कि वे हार की समीक्षा करने के लिए कमेटी बनाना चाहती हैं। सोनिया ने कहा, हमें यह समझना होगा कि हम केरल, असम , बंगाल और पुडुचेरी में क्यों हारे? उन्होंने कहा, अगर हम सच का सामना नहीं करेंगे और सही तथ्यों को नजरंदाज करेंगे तो सही सबक हासिल नहीं कर पाएंगे।
 
कोरोना को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना
बैठक में सोनिया गांधी ने महामारी में बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, महामारी बदतर होती जा रही है और सरकार लगातार विफल हो रही है। जनता मोदी सरकार की लापरवाहियों का खामियाजा भुगत रही है। मोदी सरकार ने वैज्ञानिक सलाह को नजरअंदाज किया है। 

कांग्रेस के बागी नेताओं ने की थी नेतृत्व परिवर्तन की मांग
पिछले साल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा समेत 23 नेताओं ने पार्टी के कामकाज पर सवाल उठाते हुए नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। इन नेताओं ने कहा था इस मामले में सोनिया गांधी को चिट्ठी लिख नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। हालांकि, इस चिट्ठी के बाद राहुल गांधी ने बागी नेताओं पर नाराजगी जाहिर की थी।