सार
रोजगार(Employment ) को बढ़ावा देने के लिए उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) ने मेघालय Employmentके पूर्वी गारो हिल्स क्षेत्र के नोकरेक में बागवानी विकसित की है। इसका उद्देश्य परियोजना के आसपास के ग्रामीणों और क्षेत्र के लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार सुनिश्चित करना है। इससे बड़े स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा।
शिलांग(Shillong). मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स जिले के नोकरेक क्षेत्र में उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय की उत्तर पूर्वी परिषद (एनईसी) ने मेघालय राज्य सरकार के बागवानी विभाग के माध्यम से बागवानी विकसित की है। इसका मकसद स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन दिलाना है। यह एक अनूठी पहल है। इसके लिए 439.94 लाख रुपए का फंड मुहैया कराया गया है। योजना का उद्देश्य ग्रामीणों और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार उपलब्ध कराया जाना है। परिषद ने परियोजना पर आने वाली कुल लागत में 44 लाख रुपये का अनुदान भी दिया है। यह परियोजना 4 मार्च, 2020 को पूरी हो गई थी।
जानिए कैसे हुआ बदलाव
इस परियोजना के अंतर्गत विभिन्न फसलों को उगाने का विकल्प होगा और इससे फसल घनत्व बढ़ेगा, जिसके परिणामस्वरूप भूमि का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा और उत्पादकता बढ़ेगी। क्षेत्र में हाई-टेक ग्रीन हाउस और ड्रिपइरीगेशन (बूंद-बूंद सिंचाई) की व्यवस्था शुरू की जाएगी। इससे कृषि क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और इससे खेतों तथा बाज़ार के बीच बिचौलियों की संख्या में कमी आएगी। इसलिए, आशा है कि इस परियोजना से किसानों की आमदनी बढ़ाने में सीधे या परोक्ष रूप से मदद मिलेगी।
उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में पहल
केन्द्रीय पर्यटन, संस्कृति और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने 22 दिसंबर को संसद भवन एनेक्सी में उत्तर पूर्वी क्षेत्र में जीवन यापन को बेहतर करने के लिए उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय की ओर से क्रियान्वित की जा रही विकास परियोजना की समीक्षा। इसमें सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चूंकि उत्तर-पूर्वी क्षेत्र अभी बड़े पैमाने पर कृषि पर निर्भर है ऐसे में सरकार को अधिक रोजगार के अवसरों को सृजित करने के क्रम में और अधिक सक्रिय उपाय करने चाहिए।
बैठक के दौरान रेड्डी ने कहा कि भारत सरकार सामूहिक प्रयासों के माध्यम से क्षेत्र में बुनियादी ढांचे और संपर्क को मजबूत करने के साथ-साथ इसके समग्र विकास के लिए अन्य उपायों के अलावा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान करने के लिए और अधिक प्रयास करने की इच्छा जताई। समिति के अध्यक्ष ने उत्तर-पूर्वी क्षेत्र की तेजी से प्रगति और विकास के लिए समिति के सदस्यों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों और प्रतिक्रियाओं को संज्ञान में लिया।
यह भी पढ़ें
UPSC CDS EXAMS: 341 भर्तियों के लिए नोटिफिकेशन जारी, कैंडिडेट्स ऐसे कर पाएंगे रजिस्ट्रेशन
National Mathematics Day: किसे मिलता है रामानुजन अवार्ड, अब तक इन चार भारतीयों को मिल चुका है ये सम्मान
29 लाख रुपए सलाना की जॉब छोड़कर शुरू की तैयारी, नतीजा- 2020 में UPSC टॉपर बने उत्कर्ष कुमार