सार

बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने कहा है कि उनके खिलाफ दर्ज केस में पुलिस 15 जून को चार्जशीट फाइल करेगी। इसके बाद वह बयान देंगे।

नई दिल्ली। WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर नाबालिग पहलवान द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप में ट्विस्ट आया है। पहलवान के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी ने गुस्से में बृजभूषण के खिलाफ आरोप लगाए थे।

पहलवान के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने जानबूझकर बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न की झूठी पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी। इस संबंध में पूछे पाने पर बृजभूषण सिंह ने शुक्रवार को कहा, "पूरा मामला कोर्ट के संज्ञान में है। सरकार ने आश्वासन भी दिया है कि 15 तारीख तक चार्जशीट फाइल होगी। चार्जशीट फाइल होने दीजिए। बोलना उचित होगा तो बोला जाएगा। अभी मुझे नहीं लगता है कि कुछ बोलना चाहिए।"

नाबालिग के पिता के बयान से कमजोर हुआ बृजभूषण के खिलाफ केस
नाबालिग पहलवान की शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। बृजभूषण के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप को लेकर पहलवान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए। नाबालिग के पिता के बयान से बृजभूषण सिंह के खिलाफ केस काफी हद तक कमजोर हुआ है।

भारतीय टीम में शामिल नहीं हो पाई थी नाबालिग पहलवान

नाबालिग पहलवान के पिता ने बताया है कि उनकी बेटी 2022 में लखनऊ में खेले गए अंडर -17 एशियाई चैम्पियनशिप ट्रायल के फाइनल में हार गई थी। इसके चलते वह भारतीय टीम में शामिल नहीं हो पाई थी। इस गुस्से में पहलवान ने बृजभूषण के खिलाफ आरोप लगाए। पिता ने कहा कि वह फाइनल में रेफरी के फैसले के कारण गुस्से में था। रेफरी के चलते उसकी बेटी की एक साल की मेहनत बेकार चली गई थी।

पहलवान के पिता ने कहा, "मैच दिल्ली के पहलवान के खिलाफ था। UWW और WFI के नियमों का पालन नहीं किया गया था। मुझे दिल्ली के पहलवान से शिकायत नहीं है। वह भी मेरी बेटी की तरह है, लेकिन रेफरी ने जानबूझकर मेरी बेटी को हराया। वह दिल्ली से थी।"