सार

दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव इलाके में गुरुवार देर रात 4-5 बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस हमले में 2 लोगों की मौत हो गई। माना जा रहा है कि बदमाश किसी की हत्या करने आए थे, लेकिन गोलियां राहगीरों को जा लगीं।

नई दिल्ली. राजधानी में गुरुवार रात बाड़ा हिंदूराव इलाके में बदमाशों की अंधाधुंध फायरिंग में 2 राहगीरों की मौत हो गई। बताया जाता है कि बदमाश किसी की हत्या करने के इरादे से आए थे, लेकिन उनकी गोलीबारी में राहगीरों की जान चली गई। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। घटना स्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक, बदमाशों ने 15-20 राउंड फायरिंग की। इससे वहां भगदड़ मच गई। घटना के वक्त वहां कुछ पुलिसकर्मी मौजूद थे, लेकिन वे असहाय खड़े रहे। डीसीपी नॉर्थ, दिल्ली पुलिस एंटो अल्फोंस ने कहा-बाड़ा हिंदूराव पुलिस थाना क्षेत्र में फायरिंग की घटना हुई है। 2 बार फायरिंग की गई। दोनों पक्षों के बीच पहले झगड़ा हुआ और फिर फायरिंग की गई। 2 लोगों की मौत हुई है। एक की पहचान की जा चुकी है, जांच जारी है।

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दिल्ली में बढ़ते अपराधों से लोग दहशत में
दिल्ली में अपराध बढ़ने से लोगों में डर का माहौल है। मंगलवार रात को वसंत विहार इलाके में एक सनसनीखेज वारदात में बदमाशों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी रंगराजन कुमारमंगलम की पत्नी  67 वर्षीय किट्टी कुमारमंगलम  की लूट के इरादे से हत्या की दी। घटना मंगलवार रात करीब 9 बजे हुई थी। पुलिस ने इस मामले में एक बदमाश को पकड़ लिया है, जबकि उसके दो साथियों की तलाश जारी है। मृतका की नौकरानी ने पुलिस को बताया कि रात को उसके यहां धोबी आया था। उसने दरवाजा खोला, तो धोबी उसे खींचकर बगल में कमरे में ले गया और बांध दिया। इस बीच दो बदमाश अंदर घुसे और मालकिन की हत्या कर दी।

धोबी ही निकला हत्यारा
घटना की जानकारी पुलिस को रात करीब 11 बजे मिली। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। नौकरानी के बयान के मुताबिक, बदमाशों के जाने के बाद उसने शोर मचाया। पुलिस ने धोबी 24 वर्षीय राजू को गिरफ्तार कर लिया है। वो नजदीक ही भंवर सिंह कैम्प में रहता है। उसके दोनों साथियों की भी पहचान हो गई है।

दो बार केंद्रीय मंत्री रहे रंजराजन
रंगराजन अटल बिहारी सरकार में मंत्री थे। इससे पहले वे नरसिम्हा राव की सरकार में भी मंत्री रहे। वे तमिलनाडु की सलेम लोकसभा सीट से 1984 से 96 तक, फिर 98 से 2000 तक तिरुचिरापल्ली सीट से सांसद रहे। वे 91 से 93 तक पीवी नरसिम्हा राव सरकार में कानून मंत्री रहे। इसके बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली और फिर 98 से 2000 तक अटलजी की सरकार में बिजली मंत्री रहे। उनका कैंसर से निधन हो गया था।

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फोटो क्रेडिट-न्यूज नेशन