सार

पीएनबी लोन फ्रॉड मामले में भगोड़ा मेहुल चोकसी बेल्जियम में गिरफ्तार। इलाज के बहाने स्विट्जरलैंड भागने की फिराक में था, पर भारत ने नाकाम कर दिया।

PNB Loan Fraud Case: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) लोन फ्रॉड मामले में वांटेड भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह इलाज के नाम पर स्विट्जरलैंड भागने की तैयारी में था, लेकिन भारत ने उसकी प्लानिंग पर पानी फेर दिया।

मेहुल चोकसी पर अपने भतीजे नीरव मोदी, उसकी पत्नी अमी मोदी और उसके भाई नीशाल मोदी के साथ पंजाब नेशनल बैंक से 12,636 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। मेहुल चोकसी 2018 में भारत से भाग गया था। उसने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी। उसने 15 नवंबर 2024 को बेल्जियम से एफ रेजीडेंसी कार्ड हासिल किया। उसने पत्नी प्रीति चोकसी बेल्जियम की नागरिक है। उसने अपनी पत्नी के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।

चोकसी ने इलाज के नाम पर बेल्जियम सरकार को गुमराह किया

ED (Enforcement Directorate) सूत्रों के अनुसार चोकसी ने इलाज के नाम पर बेल्जियम सरकार को गुमराह किया। खुद को बीमार बताने के लिए जाली डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल किया। कहा कि उसने अपनी भारतीय या एंटीगुआ की नागरिकता नहीं छोड़ी है।

F+ रेजिडेंसी कार्ड पाने की फिराक में था चोकसी

भारतीय अधिकारियों को पता चला कि चोकसी अपने स्टेटस को F+ रेजिडेंसी कार्ड में अपग्रेड करने की योजना बना रहा है। ऐसा होता तो बेल्जियम से उसका प्रत्यर्पण और भी मुश्किल हो जाता। अधिकारियों ने तुरंत उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया। इसपर बेल्जियम के अधिकारियों ने उसके F रेजिडेंसी कार्ड को F+ स्टेटस में बदलने पर रोक लगा दी।

चोकसी ने स्विटजरलैंड के कैंसर अस्पताल हिर्सलैंडन क्लिनिक आराऊ में कैंसर के इलाज के लिए आवेदन किया था। उसने अधिकांश जरूरी प्रक्रिया पूरी कर ली थी। वह स्विटजरलैंड जाने ही वाला था। चोकसी बेल्जियम छोड़ता इससे पहले उसे एंटवर्प में अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया। बेल्जियम के अधिकारियों ने चोकसी मुंबई की कोर्ट द्वारा 2018 और 2021 में जारी दो गैर जमानती वारंटों के आधार पर गिरफ्तार किया।