सार
कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए रविवार की रात 9 बजकर 9 बजे लोगों ने घर की लाइट्स बंद कर दीया जलाया, लेकिन इस दौरान कई लोगों ने पटाखे भी छोड़े, जिसपर भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने नाराजगी जताई है।
नई दिल्ली. कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए रविवार की रात 9 बजकर 9 बजे लोगों ने घर की लाइट्स बंद कर दीया जलाया, लेकिन इस दौरान कई लोगों ने पटाखे भी छोड़े, जिसपर भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने नाराजगी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हम जंग के बीच हैं, ये पटाखे जलाने का वक्त नहीं है। पीएम मोदी ने जनता से अपील की थी कि 5 अप्रैल की रात 9 बजकर 9 मिनट पर लोग अपने घरों की लाइट्स बंद कर दें और मोमबत्ती, दीया, या टॉर्च जलाकर कोरोना के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करें।
- भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली सरकार को MPLAD फंड से 50 लाख रुपए आवंटित किए हैं। इससे पहले भी उन्होंने दिल्ली सरकार को 50 लाख रुपए आवंटित किए थे।
कुमार विश्वास ने कहा, ये तो हद है, कहा क्या गया, हो क्या रहा है?
कुमार विश्वास ने भी पटाखे जलाने का विरोध किया। उन्होंने लिखा, ये तो हद्द है. कहा क्या गया, हो क्या रहा है? कब सुधरेंगें? मेरी कॉलोनी में लोग सड़क पर पटाखे फोड़ रहे हैं। हम हर विपदा का प्रहसन क्यूं बना देते हैं? कोरोना योद्धाओं के लिए कृतज्ञता का दीपक हथेली पर लिए, बालकनी से पटाखे न चलाने के लिए पड़ोसियों पर चिल्लाता मैं अकेला क्यूं हूं?
इरफान पठान ने कहा, पटाखे जलाना गलत
टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान को भी पटाखे जलाने का विरोध किया। उन्होंने ट्वीट किया, सबकुछ सही था जब तक पटाखे नहीं जलाए गए।
अश्विन भी हुए नाराज
पटाखे जलाने पर टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर आर अश्विन भी नाराज हुए। उन्होंने ट्वीट किया, मैं इस बात से चकित हूं कि इन लोगों ने पटाखे कहां से खरीदे और कब खरीदे ये भी एक महत्वपूर्ण सवाल है।
भारत में कोरोना की स्थिति
भारत में कोरोना के 4298 मरीज हो चुके हैं। 6 अप्रैल सुबह 11 बजे तक के आंकड़ों को देखा जाए तो 118 लोगों की मौत हो चुकी है और 328 लोग ठीकर होकर अपने घर जा चुके हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।