सार

पूर्व कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा है कि कांग्रेस को दुआओं की नहीं, दवाओं की जरूरत है। पार्टी नेतृत्व के पास चीजें ठीक करने का समय नहीं है। उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की संभावना से इनकार किया। 
 

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा है कि कांग्रेस को दुआओं की नहीं दवाओं की जरूरत है। पार्टी नेतृत्व के पास चीजें ठीक करने का वक्त नहीं है। कांग्रेस पर ताजा हमला करते हुए आजाद ने कहा कि पार्टी की परेशानियां दूर करने के लिए डॉक्टर की जगह कम्पाउंडर की दवाएं दी जा रही हैं। 

अपने घर पर मीडिया से बात करते हुए आजाद ने कहा कि राज्यों में पार्टी में जिन नेताओं को प्रोजेक्ट किया जा रहा है, वे पार्टी के सदस्यों को एकजुट करने के बजाय उन्हें बाहर निकाल रहे हैं। आजाद ने कहा कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर की राजनीति में मदद नहीं मिलेगी। वह अपनी नई पार्टी बनाएंगे। जम्मू-कश्मीर में किसी भी समय विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं। 

कांग्रेस को शुभकामनाएं देता हूं
आजाद ने कहा, "मैं कांग्रेस को अपनी शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन पार्टी को दुआओं की नहीं दवाओं की जरूरत है। अभी कांग्रेस को दवाएं डॉक्टर की जगह कम्पाउंडर द्वारा दी जा रही हैं। पार्टी नेतृत्व के पास पार्टी में चीजों को ठीक करने का वक्त नहीं है। जिन नेताओं को राज्यों में प्रमोट किया गया है वे लोगों को पार्टी से निकालने में लगे हैं, इसके बदले उन्हें लोगों को पार्टी के साथ एकजुट करना चाहिए था।"

कमजोर हो गई है पार्टी की नींव 
गुलाम नबी ने कहा कि पार्टी की नींव बहुत अधिक कमजोर हो गई है। संगठन किसी भी वक्त ढह सकता है। यही कारण है कि उन्होंने और कुछ अन्य नेताओं ने पार्टी से बाहर जाने का फैसला किया। आजाद ने कहा कि कांग्रेस उस घर की तरह है, जिसकी दीवारें गिर रहीं है। छत गिर रहा है। अब जिसे दीवार के नीचे कुचलकर मरना होगा वही गिरते हुए घर में रहेगा। 

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गुलाम नबी के कांग्रेस से इस्तीफा देने और पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने पर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने उनके डीएनए पर सवाल उठाए थे। इसका जवाब देते हुए आजाद ने ऐसे नेताओं के डीएनए पर सवाल उठाया। उन्होंने उन नेताओं पर पार्टी नेताओं के खिलाफ साजिश रचने और खबरें प्लांट करने का आरोप लगाया। आजाद ने कहा कि ऐसे नेताओं के चलते संगठन कमजोर हुआ है। गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।

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