सार
गोवा चुनाव (Goa Election) से पहले ममता बनर्जी (Mamta Banarjee) यहां अपने पैर जमाने की कोशिश में लगी हैं। पूर्व सीएम और एनसीपी नेता (NCP) चर्चिल अलेमाओ के पार्टी छोड़ने और ममता से हाथ मिलाने के बाद वे और मजबूत हुई हैं। चर्चिल का कहना है कि भाजपा को सिर्फ दीदी ही हरा सकती हैं।
पणजी। गोवा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Goa Election) से पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री (Former chief Minister) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बेनाउलिम से एकमात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ ने पार्टी छोड़ दी और टीएमसी में विलय कर दिया। यह फैसला तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी (Mamta Banarjee) की ताकत बढ़ाने वाला है, क्योंकि वे चुनाव से पहले गोवा में पैर जमाने की कोशिश कर रही हैं। हाल ही में उन्होंने गोवा में दौरे कर कांग्रेस के भी कई नेताओं को अपने साथ जोड़ा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) छोड़ने और ममता से हाथ मिलाने के बाद एशियानेट ने अलेमाओ से बातचीत की। पढ़ें, वे तृणमूल कांग्रेस और गठबंधनों के बारे में क्या राय रखते हैं...
सवाल : आप NCP के अकेले विधायक थे। अब आपका टीएमसी में विलय हो गया है। आपने यह कदम क्यों उठाया?
- मैं एक साल से कांग्रेस के साथ (NCP) गठबंधन का इंतजार कर रहा था। उन्होंने हमें इंतजार कराया और धोखा दिया। इस बीच हमारे कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया। मैं जनता का नेता हूं, पार्टी का नेता नहीं। शरद पवार सहित हमारे नेताओं ने (NCP के लिए) 10 सीटों का प्रस्ताव रखा, लेकिन कुछ नहीं हुआ और कांग्रेस की दिलचस्पी नहीं थी। मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं और कहा जाता था कि मुझे अपना फैसला खुद करना होगा। किसी ने परवाह नहीं की। आज भारत में प्रधानमंत्री पद के लिए सिर्फ 'दीदी' (Mamta Banarjee) ही फिट बैठती हैं और BJP से लड़ सकती हैं। वह बहुत सीधी-सादी हैं। लोगों ने देखा है कि उन्होंने अपने राज्य में क्या किया है। वह कई जन कल्याण की योजनाएं लाई हैं और यहां भी यही करेंगी। वह अच्छी हैं और उनकी पार्टी हमारे के लिए ठीक है।
सवाल : जब आप टीएमसी में शामिल हुए तो आपके विधानसभा क्षेत्र के लोगों के इस बारे में क्या विचार थे?
- मैंने 13 दिसंबर को अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी। इससे पहले गोवा में अब तक किसी ने इतनी बड़ी बैठक नहीं की है। लोग मेरे इस फैसले से खुश हैं, इसलिए आए हैं। मेरी बैठक में उस दिन 8 हजार लोग आए थे।
सवाल : क्या टीएमसी में विलय से पहले आपने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के साथ कोई विचार-विमर्श किया था?
- मैंने स्थानीय नेताओं को कई बार (पद छोड़ने के निर्णय के बारे में) बताया। यह मेरे लिए बेहतर है, क्योंकि मैं लोगों के लिए काम करता हूं न कि अपने घर के लिए। मैं उसके जैसा नहीं हूं। मैं लोगों का आदमी हूं।
सवाल : राकांपा नेता आपको अवसरवादी बताते हैं, जो चुनाव से पहले अक्सर पार्टियां बदलते रहते हैं। आप क्या कहते हैं?
- मुझे अपने नेताओं से कोई द्वेष नहीं है, लेकिन उन्हें यह भी सोचना चाहिए कि मैंने ऐसा क्यों किया। मैं तंग आ गया था। एक साल तक इंतजार किया (कांग्रेस और NCP के बीच गठबंधन के लिए)। मैंने अपने फैसले के बारे में गोवा इकाई के अध्यक्ष को बताया और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने परवाह नहीं की और यही कारण है कि मैंने इस्तीफा दे दिया। मैं शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ नहीं हूं। मैं गोवा के लिए कुछ करना चाहता हूं और सुशासन देना चाहता हूं। मुझे लगता है कि ममता बनर्जी ऐसा करेंगी।
सवाल : क्या एनसीपी की तुलना में टीएमसी गोवा के लिए उपयुक्त विकल्प है?
- देखिए, दिक्कत यह है कि NCP ने महाराष्ट्र में काफी अच्छा काम किया है। लेकिन गोवा में मैं अकेला था। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में अच्छा किया है और गोवा के लोग मुझे अच्छी तरह जानते हैं और मुझ पर भरोसा करते हैं।
सवाल : क्या गोवा के 2022 में होने वाले चुनावों में टीएमसी का कुछ प्रभाव दिखेगा?
- हां। मुझे मेरे लोगों को पूरा भरोसा है।
सवाल : क्या आपको नहीं लगता कि टीएमसी और उसके गठबंधन सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी वोटों को और बांट सकते हैं और BJP को मौका दे सकते हैं?
- भारत में दो या तीन अच्छे नेता हैं। कांग्रेस पार्टी में कभी शरद पवार जैसे नेता थे। पार्टी में नेतृत्व से मतभेद के बाद वह (पवार) बाहर आए। ममता बनर्जी कांग्रेस में एक अच्छी नेता थीं। उन्होंने (कांग्रेस) उनके कौशल को स्वीकार नहीं किया, इसलिए वह बाहर आईं और एक ताकत बन गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शक्तिशाली हैं। आम आदमी पार्टी और अन्य भी गोवा में लड़ रहे हैं। यहां अन्य पार्टियों में एकता नहीं है। मैंने टीएमसी के साथ गठबंधन का सुझाव दिया, लेकिन कांग्रेस नहीं सुन रही है। मैं क्या कर सकता हूं?
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