सार
जम्मू कश्मीर(Jammu and Kashmir) में कश्मीरी पंडितों को टार्गेट कर रहे आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबल NIA की ताबड़तोड़ कार्रवाइयां शुरू हो गई हैं। सुरक्षाबलों ने आतंवादियों के 900 से अधिक मददगारों को अरेस्ट किया है।
श्रीनगर.श्रीनगर में 7 अक्टूबर को दो स्कूल टीचरों पर हुए आतंकी हमले(terrorist attack) के बाद सरकार सख्त हुई है। घाटी के अल्पसंख्यकों के गुस्से के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी(National Investigation Agency-NIA) भी ताबड़तोड़ छापे मार रहा है। न्यूज एजेंसी AFP ने दावा किया है कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के करीब 700 मददगारों को अरेस्ट किया है, जबकि मीडिया रिपोर्ट यह संख्या 900 के आसपास बता रही हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित, हिन्दू और सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाया है। उन्होंने 7 लोगों की हत्या कर दी थी। इस बीच सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादी मार गिराए हैं। (फोटो क्रेडिट: PTI)
आतंकवादी संगठनों के मददगार OGW अरेस्ट
Jammu Kashmir पुलिस और सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद (JM), अल-बद्र और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) के 900 से अधिक ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (OGW) को गिरफ्तार किया है। OGW आतंकवादी संगठनों को मानवीय सहायता, नकद, आवास और अन्य सुविधाएं देते हैं। ये लोग आतंकवादियों के लिए मुखबिरी का काम भी करते हैं।
TRF के इशारे पर की थी हत्या
5 अक्टूबर को बांदीपोरा इलाके के शाहगुंड इलाके में रहने वाले मोहम्मद शफी नाम के व्यक्ति की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। ऐसा लश्कर ए तैयबा के TRF ग्रुप के हेंडलर लाला उमर के कहने पर किया गया था। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ा है।
बांदीपोरा और अनंतनाग में 2 आतंकवादी ढेर
इस बीच बांदीपोरा के हाजिन इलाके के गुंडजहांगीर में पुलिस और सुरक्षबलों ने संयुक्त ऑपरेशन में एक आतंकी को मार गिराया। सर्च ऑपरेशन जारी है। IGP कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान प्रतिबंधित आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े इम्तियाज अहमद डार के रूप में हुई है। शाहगुंड बांदीपोरा में हाल ही में हुई हत्याओं में इम्तियाज अहमद डार शामिल था। एक आतंकवादी अनंतनाग में मार गिराया गया।
NIA की ताबड़तोड़ कार्रवाई
आतंकवादी संगठनों पर शिकंजा कसने NIA भी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। NIA ने रविवार को जम्मू-कश्मीर में 16 जगहों पर छापेमारी की थी। ये छापे श्रीनगर, अनंतनाग, कुलगाम और बारामूला में मारे गए। दरअसल, वॉइस ऑफ हिंद मैगजीन के पब्लिकेशन पर मारे गए छापे में खुलासा हुआ था कि ये मैगजीन गलत समाचारों के जरिये लोगों को भड़का रही है। मैगजीन फरवरी, 2020 से हर महीने ऑनलाइन पब्लिश हो रही है। इसके बाद NIA ने ताबड़तोड़ कई जगह छापे मारे।
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अल्पसंख्यकों पर हमला
आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को श्रीनगर के ईदगाह इलाके में एक स्कूल में घुसकर दो टीचरों प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चांद की हत्या कर दी थी। आतंकियों ने दोनों के आईडी कार्ड चेक करने के बाद उनके सिर में गोली मारी थी।
इससे पहले श्रीनगर के इकबाल पार्क क्षेत्र में प्रसिद्ध फार्मासिस्ट माखनलाल बिंद्रू को आतंकियों ने उनके मेडिकल स्टोर में घुसकर गोली मार दी थी। 68 साल के बिंद्रू ने 90 के दशक में भी कश्मीर नहीं छोड़ा था, जब आतंकवाद चरम पर था।
बिंद्रू पर हमला करने से घंटेभर पहले आतंकवादियों ने अवंतीपोरा के हवला इलाके में बिहार के वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी थी। मूलत: भागलपुर के रहने वाले वीरेंद्र भेलपूरी और गोलगप्पे का ठेला लगाते थे।
वीरेंद्र की हत्या से कुछ मिनट पहले आतंकवादियों ने बांदीपोरा के मो. शफी लोन की गोली मारकर हत्या कर दी गई।