सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 70 हजार नियुक्ति पत्र बांटे। इसके बाद बताया कि कांग्रेस राज में कैसे फोन बैंकिंग काम करती थी। एक खास परिवार के करीबी नेता बैंकों को फोन कर करोड़ों रुपए का लोन दिलाते थे।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रोजगार मेला (Rozgar Mela) कार्यक्रम के तहत शनिवार को 70 हजार नियुक्ति पत्र बांटे। पीएम ने उन युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया, जिनकी हाल ही में सरकारी नौकरी लगी है। देशभर में 44 जगहों पर इसके लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। पीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

सरकारी नौकरी शुरू करने जा रहे युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि किस तरह कांग्रेस के शासन काल में फोन बैंकिंग काम करती थी। नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज डिजिटल युग है। लोग मोबाइल फोन से बैंकिंग की सेवाएं लेते हैं। फोन बैंकिंग करते हैं। आज से 9 साल पहले जो सरकार थी उसकी फोन बैंकिंग की कल्पना ही अलग थी। रिवाज ही अलग था। उस जमाने में ये फोन बैंकिंग मेरे आपके जैसे सामान्य नागरिकों के लिए नहीं था। उस समय एक खास परिवार के करीबी, कुछ ताकतवर नेता, बैंकों को फोन करके अपने चहेतों को हजारों करोड़ रुपए का लोन दिलवाया करते थे।"

2014 के बाद देश के बैंकिंग सेक्टर को मुसीबतों से निकाला

नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये लोन कभी चुकाया नहीं जाता था। कागजी कार्रवाई होती थी। एक लोन को चुकाने के लिए फिर फोन करके बैंक से दूसरा लोन, दूसरा लोन चुकाने के लिए तीसरा लोन दिलवाना। ये फोन बैंकिंग घोटाला, पहले की सरकार के सबसे बड़े घोटालों में एक था। इसकी वजह से देश की बैंकिंग व्यवस्था की कमर टूट गई थी। 2014 में आपने हमे देश की सेवा करने का मौका दिया। हमने इस स्थिति से बैंकिंग सेक्टर और देश को मुसीबतों से निकाला।”

मजबूत है भारत का बैंकिंग सेक्टर
पीएम ने कहा, "अर्थव्यवस्था के विस्तार में हमारे बैंकिंग सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका होती है। आज भारत उन देशों में से एक है जहां का बैंकिंग सेक्टर सबसे मजबूत माना जाता है। जिन सरकारी बैंकों की चर्चा हजारों करोड़ के नुकसान के लिए होती थी। NPA के लिए होती थी। आज उनकी चर्चा रिकॉर्ड प्रॉफिट के लिए हो रही है। हमने सरकारी बैंकों के मैनेजमेंट को सशक्त किया। हमने देश में छोटे-छोटे बैंकों को जोड़कर बड़े बैंकों का निर्माण किया। हमने यह तय किया कि बैंक में सामान्य नागरिक की 5 लाख रुपए तक की राशि कभी ना डुबे। सरकार ने बैंकरप्सी कोड जैसे कानून बनाए ताकि अगर कोई कंपनी बंद भी हो तो बैंकों का कम के कम नुकसान हो। हमने बैंकों को लूटने वालों की संपत्ति जब्त कर ली।"

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पीएम मोदी ने कहा, "बैंक के लोगों ने गरीब का जनधन खाता खुले, इसके लिए दिन-रात एक कर दिया। अगर आज देश में करीब 50 करोड़ जनधन बैंक खाते खुले हैं तो इसके पीछे बैंक कर्मियों का परिश्रम है। ये बैंक कर्मियों की ही मेहनत है जिसकी वजह से सरकार कोरोना काल में करोड़ों महिलाओं के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर कर पाई।"