सार
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी अक्सर अपने विवाद बयानों को लेकर चर्चा में है. इस बार भी उन्होंने भारत के लोकतंत्र की आलोचना की है.
नई दिल्ली : भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी (Hamid Ansari) एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI)से जुड़ी संस्था के एक कार्यक्रम में हामिद अंसारी ने भारत के लोकतंत्र की आलोचना की। उनके इस बयान को लेकर भाजपा हमलावर हैं। यह पहली बार नहीं है, जब हामिद अंसारी ऐसे बयानों को लेकर चर्चा में आए हैं। इससे पहले भी वे अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। बता दें कि हामिद अंसारी रिश्ते में यूपी के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं.
वर्तमान चुनावी बहुमत धार्मिक बहुमत के रूप में पेश कर रहे
अंसारी ने कहा ने कहा कि हाल के वर्षों में नागरिक राष्ट्रवाद के खिलाफ ट्रेंड उभरकर सामने आए हैं। असहिष्णुता बढ़ रही है। उन्होंने बिना नाम लिए भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग वर्तमान चुनावी बहुमत को धार्मिक बहुमत के रूप में पेश करते हैं और राजनीतिक शक्ति पर एकाधिकार करना चाहते हैं। ऐसे लोग चाहते हैं कि नागरिकों को उनकी आस्था के आधार पर अलग-अलग कर दिया जाए और असुरक्षा को बढ़ावा दिया जाए। ऐसे ट्रेंड्स को राजनीतिक और कानूनी रूप से चुनौती दिए जाने की जरूरत है।
देश के बंटवारे के लिए भारत भी जिम्मेदार
इससे पहले साल 2018 में हामिद अंसारी ने देश के बंटवारे को लेकर विवाद बयान दिया है, उन्होंने कहा था कि देश के बंटवारे के लिए केवल पाकिस्तान ही जिम्मेदार नहीं था, बल्कि इसके लिए हिंदुस्तान भी जिम्मेदार था। हामिद अंसारी दिल्ली में सईद नकवी की किताब 'बीईंग द अदर-द मुस्लिम इन इंडिया' के लॉन्चिंग के मौके पर यह बात कई थी। पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी ने कहा था कि लोगों को इस यकीन में अधिक खुशी मिलती हगै कि पाकिस्तानी या ब्रिटिश हुकूमत भारत के बंटवारे के लिए जिम्मेवार हैं, लेकिन यह कोई मानना नहीं चाहता है कि भारतीय भी इस बंटवारे के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं।
राष्ट्रवाद एक बीमारी
साल 2020 में हामिद अंसारी ने राष्ट्रवाद को बीमारी बताया है। उन्होंने कहा था कि देश धार्मिक कट्टरता' और 'आक्रामक राष्ट्रवाद' का शिकार हो चुका है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की नई किताब 'द बैटल ऑफ बिलॉन्गिंग' की लॉन्चिंग के दौरान यह बात कही थीं। उन्होंने कहा था कि देश ऐसे ‘प्रकट और अप्रकट’ विचारों एवं विचारधाराओं से खतरों से गुजर रहा है जिसमें देश को 'हम और वो' के काल्पनिक श्रेणी के आधार पर बांटने की कोशिश की जा रही है।
हामिद अंसारी अक्सर अपने अटपटे बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। जिसके चलते उन्हें कई बार विरोध का सामना करना पड़ा है। लेकिन इसके बाद भी वह मोदी सरकार और अपने बयानों के देने से गुरेज नहीं करते हैं। हामिद अंसारी यूपी के बाहुबली और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के चाचा हैं। मुख्तार अंसारी कृष्णानंद राय हत्याकांड और अवधेश राय हत्याकांड के आरोपी हैं और वह जेल में है। वहीं हामिद अंसारी कथित असहिष्णुता को लेकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं।
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