सार
हाथरस कांड में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की जांच जारी है। वहीं, इस घटना के बहाने दंगों की साजिश के मामले में गिरफ्तार चार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) सदस्यों से बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ करेगी। इसके लिए ईडी ने सवालों की लिस्ट तैयार कर ली है।
लखनऊ. हाथरस कांड में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच का आज दूसरा दिन है। सीबीआई पहले दिन कई घंटों की जांच पड़ताल कर चुकी है। वहीं, इस घटना के बहाने दंगों की साजिश के मामले में गिरफ्तार चार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) सदस्यों से आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ करेगी। इसके लिए ईडी ने सवालों की लिस्ट तैयार कर ली है।
दरअसल, हाथरस कांड के बाद यूपी पुलिस की स्पेशल जांच दल (एसआईटी) ने जातीय उन्माद फैलाने की साजिश का खुलासा किया था, जिसमें पीएफआई का नाम सामने आया। इस दौरान पुलिस ने PFI के मुखपत्र के संपादक को गिरफ्तार किया था, जो केरल में है। वह शाहीन बाग के पीएफआई कार्यालय का सचिव भी था। पुलिस को इस मामले में भीम आर्मी के पीएफआई के साथ संलिप्त होने के संकेत भी मिले हैं।
किससे, क्या पूछ सकती है ED?
हाथरस में दंगों की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार मसूद से आज ईडी की टीम कई सवाल पूछ सकती है जैसे- जांच में पता चला कि PFI के अकाउंट से विशेष उद्देश्य के लिए पैसे मिले, उद्देश्य क्या था? बताया गया की आप दिल्ली के PFI के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद इलियास के संपर्क में थे, इलियास से क्या चर्चा होती थीं? क्या आपको पता है कि इलियास दिल्ली दंगों की फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार हुआ था? फिर आपका उससे संपर्क क्यों है। मसूद से ईडी पूछ सकती है कि आपको कितने पैसे मिले थे? क्या हाथरस में पीएफआई के और लोग भी हैं ? हाथरस जाकर आपका वहां क्या प्लान था?
हवाला के पैसे इस्तेमाल करने का आरोप
मालूम हो कि पीएफआई के कथित चारों सदस्यों को पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया था। ये हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने के लिए निकले थे। पुलिस के मुताबिक, इन चारों संदिग्धों के तार उन लोगों से जुड़े हैं, जो दंगा भड़काते हैं और शांति भंग करते हैं। इनपर शांति भंग करने के लिए हवाला के जरिए आए पैसे के इस्तेमाल का भी आरोप है।
SIT के बाद अब CBI कर रही जांच
योगी सरकार की सिफारिश के बाद हाथरस मामले की जांच CBI ने अपने हाथ में ले थी। CBI अब इस मामले में शुरुआती तथ्यों से गहनता से जांच पड़ताल कर रही है। अभी तक इस मामले की जांच एसआईटी कर रही थी। योगी सरकार ने हाथरस कांड की जांच के लिए सीबीआई को संस्तुति पत्र भेजा था।