सार
महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद भूस्लखलन ने तबाही मचा दी है। यहां अलग-अलग हादसों में 136 लोगों की मौत की खबर है। रेस्क्यू के लिए सेना को तैनात किया गया है। IMD ने यहां फिर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मुंबई. महाराष्ट्र में भारी बारिश के बीच भूस्खलन की घटनाओं में 136 लोगों की मौत की खबर है। बड़ी संख्या में लोग घायल हैं, इसलिए यह आंकड़ा बढ़ सकता है। रेस्क्यू के लिए सेना की टीमें तैनात की गई हैं। पुणे स्थित मिलिट्री स्टेशन और बम्बई इंजीनियरिंग ग्रुप की 15 टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। इस बीच शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति की समीक्षा करने के लिए रायगढ़ के महाड के तलिये गांव का दौरा किया।
फिर से भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सतारा, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, और कोल्हापुर जिलों में फिर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस बीच पुणे में 84 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। कोल्हापुर में 40 हजार से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है। सांगली, सतारा जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है।
कर्नाटक के 7 जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने दक्षिण कन्नड़, उडुप्पी, उत्तर कन्नड़, शिवमोगा, चिकमंगलूर, हासन और कोडागु में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यहां कई इलाकों में बाढ़ आ गई है।
भारतीय नौसेना मदद में जुटी
भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा में बाढ़ प्रभावित लोगों का रेस्क्यू कर रही है। उन्हें मदद भी पहुचा रही है।
राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने जताया दु:ख
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दु:ख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं जाहिर की हैं। राज्य सरकार ने भूस्खलन में मरने वालों के परिजनों को बतौर मुआवजा 5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। वहीं; प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने रायगढ़ में भूस्खलन से अपनी जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये की राशि दी जाएगी।
सेना ने संभाली रेस्क्यू की कमान
महाराष्ट्र सरकार से प्राप्त अनुरोध के आधार पर मुंबई स्थित पश्चिमी नौसेना कमान ने राज्य प्रशासन को सहायता प्रदान करने के लिए बाढ़ बचाव दल और हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। कुल सात नौसैनिक बचाव दल मुंबई से रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में तैनात हैं। रायगढ़ जिले से भी फंसे हुए कर्मियों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। आईएनएस शिकारा, मुंबई से एक सीकिंग 42सी हेलीकॉप्टर 23 जुलाई को पोलादपुर/ रायगढ़ में बचाव के लिए भेजा गया है।
नौसेना के बाढ़ बचाव दल पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं और जेमिनी रबर बोट, लाउड हैलर, प्राथमिक चिकित्सा किट और लाइफ जैकेट से लैस हैं। इन बचाव दलों में विशेषज्ञ नौसेना गोताखोर और गोताखोरी उपकरण भी शामिल हैं। जरूरत पड़ने पर तत्काल तैनाती के लिए मुंबई में अतिरिक्त बाढ़ बचाव दल को उच्च स्तरीय तैयारी पर तैयार रखा जा रहा है।