सार
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, फ्लाइट सेवा के लिए विमान नियमों को बनाने के साथ-साथ हेलीपोर्ट व एयरपोर्ट का लाइसेंस भी जारी करता है।
Heliport license process simplified: डीजीसीए ने हेलीपोर्ट लाइसेंस के लिए प्रॉसेस को सरल कर दिया है। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के नए नियम के बाद अब आवेदक के ईजीसीए प्रोफाइल में एक ही टैब के माध्यम से पांच बाहरी संगठनों को एनओसी/क्लीयरेंस के लिए आवेदन किए जा सकते हैं।
दरअसल, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, फ्लाइट सेवा के लिए विमान नियमों को बनाने के साथ-साथ हेलीपोर्ट व एयरपोर्ट का लाइसेंस भी जारी करता है। डीजीसीए, हेलीकॉप्टर फ्लाइट के लिए जमीन या इमारतों की छत पर हेलीपोर्ट बनाने का लाइसेंस या ऑपरेशन की अनुमति प्रदान करता है। लाइसेंस या अप्रूवल प्राप्त करने के लिए अब डायरेक्टरेट जनरल ने नियमों को सिंपल कर दिया है। इच्छुक आवेदकों को ईजीसीए पोर्टल के माध्यम से डीजीसीए को ऑनलाइन आवेदन जमा करना होगा।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर जोर...
दरअसल, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ईज ऑफ डूंइंग बिजनेस पर जोर देने के लिए पीपुल्स फ्रेंडली नियमों पर जोर दे रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसी उद्देश्य से बीते दिनों डीजीसीए का पोर्टल लांच किया था। डीजीसीए द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं के लिए नवंबर 2021 में ईजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय में ई-गवर्नेंस) पोर्टल लॉन्च किया गया था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश के दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को और बढ़ाने, हेलीकॉप्टर सहित अन्य कनेक्टिविटी के लिए UDAN 5.1 लॉन्च किया है। यह पहल उड़ान 5.1 की सफलता को और आसान बनाएगी और सुनिश्चित करेगी।
पहले इस प्रॉसेस के तहत आवेदन करने होते थे...
इससे पहले ऑनलाइन आवेदन जमा करने से पहले, आवेदकों को एनओसी/क्लीयरेंस प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन/भौतिक मोड के माध्यम से पांच संगठनों में आवेदन करना आवश्यक होता था। आवेदक को पांच संगठनों, 1. गृह मंत्रालय 2. रक्षा मंत्रालय 3. पर्यावरण और वन मंत्रालय 4. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण 5. स्थानीय प्रशासन, से क्लीयरेंस लेना होता था।
लेकिन अब प्रॉसेस पूरी तरह से किया गया सरल...
हालांकि, अब पूरा प्रॉसेस काफी सिंपल कर दिया गया है। अब आवेदक के ईजीसीए प्रोफाइल में एक अलग टैब प्रदान किया गया है। पांच बाहरी संगठनों को एनओसी/क्लीयरेंस के लिए आवेदन इस टैब के माध्यम से संबंधित संगठनों के यूआरएल लिंक/ईमेल के माध्यम से भेजे जा सकते हैं। इसने आवेदकों के लिए प्रक्रिया को सरल बना दिया है और वे अब ईजीसीए पोर्टल पर प्रदान की गई एकल खिड़की के माध्यम से एनओसी/मंजूरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
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