हिमाचल के कुल्लू और रामपुर में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कई गाड़ियां पानी में बह गईं और लोगों को भारी नुकसान हुआ है। कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।

Himachal Pradesh Cloudburst: मानसून (Monsoon) आने से पहले ही हिमाचल प्रदेश में बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। राज्य के कुल्लू और रामपुर के पास जमातखाना, निरमंड और अनी इलाकों में बादल फटने से तबाही हुई है। कारें तिनके की तरह पानी में बह गईं।

बादल फटने से करीब 15 गाड़ियां बह गईं हैं। किसी इंसान के हताहत होने की खबर नहीं है। लोगों की संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक शिमला और कुल्लू जिलों की सीमा पर जमातखाना नाला में बादल फटने की घटना हुई। 5 गाड़ियां बहकर सतलुज नदी के किनारे पहुंच गईं। वहीं, 5-6 गाड़ियां मलबे में दब गईं।

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हिमाचल प्रदेश के 9 जिलों के लिए अलर्ट जारी

भारी बारिश के चलते जमातखाना नाला का जल स्तर अचानक बढ़ गया था। इसके चलते बहुत अधिक नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के कारण रामपुर फसलों को नुकसान पहुंचा है। शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने 9 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। यहां भारी बारिश, ओलावृष्टि और आंधी आने की आशंका है। की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन शामिल हैं। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

स्थानीय विधायक लोकेंद्र कुमार ने बताया कि बादल फटने के 15 घंटे बीत जाने के बावजूद सरकार ने संपर्क बहाल करने या कीचड़ में फंसे वाहनों को निकालने के लिए कोई प्रयास शुरू नहीं किया है। उन्होंने कहा, "जमातखाना के लोग डर के मारे सो नहीं सके। बहुत से लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। बारिश ने सरकार की तैयारियों की पोल खोल दी है।"