हूलॉक: रहस्यमय वानर की अनोखी दुनिया, पीएम मोदी ने 'मन की बात' में किया जिक्र
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हूलॉक, गिब्बन की दूसरी सबसे बड़ी प्रजाति है। गिब्बन की सबसे बड़ी प्रजाति सियामंग है। दुनियाभर में गिब्बन की 20 प्रजातियां हैं।
हूलॉक की साइज अधिकतम 60 से 70 सेंटीमीटर होती है। वजन करीब 6 से 9 किलोग्राम होता है। हूलॉक, करीब 12000 संख्या में हैं।
नर हूलॉक काले रंग और भौहें सफेद होते तो मादाओं का फर भूरा होता है। हूलॉक असम की एक भाषा का नाम है।
पूर्वोत्तर भारत में हूलॉक ब्रह्मपुत्र के दक्षिण और उत्तरी तट क्षेत्रों और दिबांग नदियों के पूर्व में पाया जाता है। यह अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड और त्रिपुरा में पाए जाते।
हूलॉक, होलोंगापार गिब्बन सैंक्चुरी में संरक्षित हैं। यह मोरन आदिवासी समुदाय से काफी फ्रेंडली हैं और उनके संरक्षण में भी रहते हैं। पूर्वोत्तर भारत में पाए जाने वाले ये वानर, मोरन आदिवासी समुदाय के साथ एक खास रिश्ता साझा करते हैं।
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