सार
नई दिल्ली। भारत में HMPV (Human Metapneumovirus) संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके लेकर लोगों में डर है। डॉक्टरों के अनुसार यह वायरस नया नहीं है। इसके लिए अधिक चिंता की बात नहीं है।
क्या है HMPV?
HMPV एक वायरस है। इसका संक्रमण लगने पर मरीज को सांस संबंधी परेशानी होती है। मुख्य रूप से बुखार, खांसी, गले में खराश और नाक बंद होने जैसे हल्के लक्षण पैदा होते हैं। अधिकांश मरीज पर्याप्त आराम और हाइड्रेशन के साथ ठीक हो जाते हैं। HMPV बच्चों, वृद्ध वयस्कों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।
HMPV टेस्ट कराने में कितना खर्च होता है?
HMPV टेस्ट के लिए बायोफायर पैनल जैसी एडवांस डायग्नोस्टिक मेथड की जरूरत होती है। इस एक टेस्ट में ही HMPV सहित कई रोगजनकों की पहचान हो जाती है। भारत में कई निजी प्रयोगशालाएं यह टेस्ट करती हैं। इसकी लागत काफी अधिक हो सकती है। डॉ. लाल पैथलैब्स, टाटा 1एमजी लैब्स और मैक्स हेल्थकेयर लैब जैसी प्रमुख प्रयोगशालाओं में एक बार टेस्ट कराने पर 3,000 रुपए से 8,000 रुपए तक खर्च हो सकते हैं।
HMPV, एडेनोवायरस, कोरोनावायरस 229ई और कोरोनावायरस एचकेयू1 सहित अधिक व्यापक परीक्षण के लिए, कुल लागत 20,000 रुपए तक जा सकती है। टेस्ट के लिए सैंपल टाइप में नासोफेरींजल स्वैब, थूक, ब्रोन्कोएल्वियोलर लैवेज (बीएएल), या ट्रेकियल एस्पिरेट शामिल हैं।
क्या हैं HMPV संक्रमण के लक्षण?
HMPV आमतौर पर स्वस्थ इंसान में हल्के लक्षण पैदा करता है। इससे गले में खराश, नाक बंद होना, खांसी और हल्का बुखार होता है। वृद्ध वयस्कों और कमजोर रोग निरोधी क्षमता वाले लोगों में इसका संक्रमण गंभीर असर पैदा कर सकता है। मरीज को घरघराहट, सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया सहित अधिक सांस संबंधी अन्य गंभीर बीमारी हो सकती है।
छोटे बच्चों में HMPV संक्रमण के लक्षण अधिक गंभीर हो सकते हैं। तेज सांस लेना और दम फूलना जैसे लक्षण हो सकते हैं। निमोनिया हो सकता है। अधिक गंभीर मामलों में सायनोसिस या होठों या उंगलियों पर नीलापन भी दिखाई दे सकता है।
कैसे होता है HMPV संक्रमण का इलाज?
इस समय HMPV के इलाज के लिए कोई खास एंटीवायरल दवा नहीं है। हल्के लक्षणों वाले अधिकांश मरीज आराम और हाइड्रेशन के साथ ठीक हो जाते हैं। इसके लिए अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होती। यदि स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो और लक्षण बिगड़ जाए तो अस्पताल में भर्ती होना जरूरी होता है।
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