सार

रामापुरा पुलिस ने आरोपी अमलराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। क्रिसमस के दिन चर्च जाने के बजाय अमलराज जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गया। पुलिस मृतका शोभा के परिजनों का पता लगाने में जुटी है।

चामराजनगर:  क्रिसमस का त्यौहार हर तरफ खुशियों से मनाया जा रहा था, लेकिन एक घर में मातम छा गया। चर्च में प्रार्थना के लिए जाने वाली पत्नी को शराब के नशे में धुत पति ने मौत के घाट उतार दिया और खुद जेल चला गया। आखिर क्या हुआ, जानिए पूरी कहानी।

चारों ओर पहाड़ियों से घिरा एक छोटा सा गाँव। गाँव के बाहर एक खेत के पास पुलिस की भीड़ जमा है। ग्रामीण पुलिस को कुछ बता रहे हैं। एम्बुलेंस में एक लाश पड़ी है। खेत में खून के धब्बे। वहीं, एफएसएल टीम कुछ तलाश रही है। यह नज़ारा चामराजनगर जिले के हनुरा तालुका के बिदरहल्ली गाँव का है, जहाँ ईसाई समुदाय के लोग बहुतायत में रहते हैं। साल में एक बार पूरे गाँव में क्रिसमस की धूम रहती है। यहाँ के लोग चर्च में प्रार्थना करके क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। लेकिन गाँव के अमलराज ने शराब के नशे में अपनी पत्नी शोभा की पत्थर से मारकर हत्या कर दी।

बिदरहल्ली गाँव का अमलराज आठ साल पहले काम की तलाश में बेंगलुरु के पास बिदादी गया था, जहाँ उसकी मुलाकात दो बच्चों की माँ, शोभा से हुई। अमलराज और शोभा के बीच प्यार हो गया।

कहते हैं प्यार अंधा होता है, शोभा अपने पति को छोड़कर अपने दोनों बच्चों के साथ अमलराज के साथ भाग गई। बाद में दोनों ने शादी कर ली। अमलराज और शोभा दोनों रोज शराब पीते थे। नशे में दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भी दोनों ने खूब शराब पी और झगड़ा किया। नशे में धुत अमलराज ने पत्थर से वार करके अपनी पत्नी शोभा की हत्या कर दी।

इससे पहले भी अमलराज शराब पीकर गाँव के कुछ लोगों से झगड़ा करके जेल जा चुका था। जेल से छूटने के बाद उसने फिर से अपनी पुरानी आदतें शुरू कर दीं। रोज शराब पीना, लोगों से झगड़ा करना उसकी आदत बन गई थी। इसी तरह उसने अपनी पत्नी शोभा से भी झगड़ा किया और पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी।

फिलहाल, रामापुरा पुलिस ने आरोपी अमलराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। क्रिसमस के दिन चर्च जाने के बजाय अमलराज जेल की सलाखों के पीछे पहुँच गया। पुलिस मृतका शोभा के परिजनों का पता लगाने में जुटी है। अमलराज पर भरोसा करके आई शोभा के दो बच्चे अब अनाथ हो गए हैं।