सार

तेलंगाना हाईकोर्ट ने इस एनकाउंटर की सच्चाई का पता लगाने के लिए दिल्ली की विशेष टीम से शवों के पोस्टमार्टम कराने के संकेत दिए हैं। गौरतलब है कि आरोपियों ने गैंगरेप और मर्डर जैसी विभत्स घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। 

हैदराबाद. तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर दिशा से हुए गैंगरेप मामले में हर रोज एक नए राज सामने आ रहे है। गैंगरेप और हत्या कर जलाने जैसी विभत्स घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी एनकाउंटर में मारे गए। इस मामले की जांच जारी है जिस पर राज़ गहराता जा रहा है। तेलंगाना हाईकोर्ट ने इस एनकाउंटर की सच्चाई का पता लगाने के लिए दिल्ली की विशेष टीम से शवों के पोस्टमार्टम कराने के संकेत दिए हैं। 

अस्पताल ने जताई थी चिंता 

एनकाउंटर में आरोपियों के मारे जाने के बाद कोर्ट ने आरोपियों के शवों को सुरक्षित रखने का आदेश दिया था। जिसके बाद से शवों को सुरक्षित रखा गया है। इन सब के बीच हैदराबाद के गांधी अस्पताल के वरिष्ठ मेडिकल ऑफिसर ने चिंता जताई थी कि शवों को लंबे समय तक सुरक्षित नहीं रखा जा सकेगा। अस्पताल प्रशासन ने अदालत से मांग की थी कि वह शवों के संबंध में कोई निर्देश दे। 

फिर से कराया जा सकता है पोस्टमार्टम 

अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा है कि इस मामले में तथ्यों का पता लगाने के लिए दिल्ली की विशेषज्ञ टीम एक बार फिर शवों का पोस्टमार्टम कर सकती है। हालांकि उन्होंने कहा कि इसके लिए अस्पताल के अधिकारियों से शवों की स्थिति के बारे में पूछा गया है। अस्पताल की ओर से दी गई रिपोर्ट के बाद ही इस संबंध में कोई निर्देश दिया जा सकेगा। बता दें कि चारों आरोपियों का पहला पोस्टमार्टम 6 दिसंबर को महबूबनगर जिले के गांधी अस्पताल में किया गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने गठित की है टीम 

एनकाउंटर के बाद से मचे रार के बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पुलिस द्वारा किए गए एनकाउंटर की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है। इस आयोग में बॉम्बे हाई कोर्ट की रिटायर जज रेखा बलदोटा और सीबीआई के पूर्व निदेशक कार्तिकेयन शामिल हैं। जांच आयोग 6 महीने में अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपेगी। 

ऐसे हुआ था एनकाउंटर

6 दिसंबर की अलसुबह पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। बताया जा रहा कि ये घटना सुबह साढ़े तीन बजे की है। रिमांड के दौरान पुलिस चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई। पुलिस पूरे घटना को आरोपियों की नजर से समझना चाह रही थी। पुलिस ने बताया कि इसी दौरान आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चला दी। जिसमें चारों आरोपी ढेर हो गए। 

27 नवंबर को हुई थी घटना

27 नवंबर की सुबह वेटनरी डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई थी। जिसमें दरिंदों ने साजिश के तहत डॉक्टर के साथ पहले गैंगरेप की। जिसके बाद आरोपियों ने डॉक्टर को जबरजस्ती शराब पिलाई थी और उसकी हत्या कर शव को जलाया थी। जिसके बाद पूरे देश में गम और गुस्से का महौल था।