सार

इल्तिजा मुफ्ती की हार के संकेत मिल रहे हैं। हार पर प्रतिक्रिया देते हुए इल्तिजा ने कहा कि वह जनादेश स्वीकार करती हैं और लोगों का आभार व्यक्त करती हैं।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव परिणाम आने के बीच कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी और पीडीपी उम्मीदवार इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आधे राउंड की गिनती पूरी होने के बाद भी इल्तिजा मुफ्ती पीछे चल रही हैं। इस बीच इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि वह जनादेश का सम्मान करती हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इल्तिजा का ट्वीट सामने आया है जिसमें उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से अपनी हार स्वीकार कर ली है। जम्मू-कश्मीर में इल्तिजा मुफ्ती बीजबिहाड़ा सीट से चुनाव लड़ रही थीं। 

'मैं जनादेश स्वीकार करती हूं। बीजबिहाड़ा के सभी लोगों से मुझे जो प्यार और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरे साथ रहेगा। मैं पीडीपी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हूं जो इस कठिन चुनाव प्रचार के दौरान मेरे साथ खड़े रहे'- इल्तिजा ने कहा। इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के बशीर अहमद शाह वीरी आगे चल रहे हैं। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार सोफी यूसुफ हैं। 

इससे पहले, इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था कि पार्टी में उनके आने और उम्मीदवारी को परिवारवाद नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि उन्होंने उस समय जिम्मेदारी संभाली जब पार्टी बहुत मुश्किल दौर से गुजर रही थी। इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी मां महबूबा मुफ्ती कश्मीरी महिलाओं की आवाज बनकर राजनीति में आई थीं और इस बार उनका चुनाव न लड़ना विशेष दर्जा वापस लेने के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध है। उन्होंने कहा था कि उनकी मां और वह दोनों ही चुनौतियों से भरे सफर से गुजरे हैं। उन्होंने कहा था कि जो मुख्यमंत्री रह चुका है, वह नगर पालिका का मेयर नहीं बन सकता। उन्होंने कहा था कि पिछली बार उन्होंने भारतीय मुसलमानों की सुरक्षा के लिए भाजपा से हाथ मिलाया था। हालांकि, बाद में उन्हें एहसास हुआ कि नरेंद्र मोदी के साथ नहीं जाया जा सकता। इल्तिजा मुफ्ती ने कहा था कि वह अपने दादा के फैसले को गलत नहीं कह सकतीं। 

इल्तिजा ने स्पष्ट किया था कि उन्होंने पार्टी के फैसले के बाद ही चुनाव लड़ने का फैसला किया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी ने फैसला किया था कि विधानसभा में एक मजबूत आवाज होनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर पीडीपी के नजरिए से कश्मीरी लोग वाकिफ हैं। उन्होंने कहा था कि पीडीपी ने जो किया है, वह उन्हें याद है। इल्तिजा ने कहा था कि कश्मीर में डर का माहौल खत्म करने का काम पहले पीडीपी ने ही किया था।