सार

रक्षा मंत्रालय के अनुसार आईएनएस अरिहंत के एसएलबीएल का सफल परीक्षण यह साबित करता है कि हम एक मजबूत और सुनिश्चित जवाबी कार्रवाई में सक्षम हो चुके हैं। भारत की विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की नीति के अनुरूप हम'पहले इस्तेमाल न करने' की प्रतिबद्धता को हमेशा से रेखांकित करते रहे हैं और भविष्य में भी करेंगे।

INS Arihant successfully test-fired: भारतीय नौ सेना एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। भारत की परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत का शुक्रवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। टेस्ट फायरिंग पानी के नीचे के पोंटून से किए गए और पनडुब्बी ने ही मिसाइल लांच की है। पनडुब्बी से बैलेस्टिक मिसाइल लांच के बाद भारतीय नौसेना भी परमाणु सक्षम हो चुकी है। इस टेस्टिंग के बाद अब भारतीय नौसेना, पानी के भीतर से चीन और पाकिस्तान को निशाना बनाने में सक्षम हो चुकी हैं। मेक इन इंडिया आईएनएस अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियों का बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट, देश की सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा। भारत, बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी रखने वाला दुनिया का छठा देश बन चुका है।

पूरी सटीकता से लक्ष्य को भेदने में रहा सक्षम

रक्षा मंत्रालय ने टेस्ट-फायरिंग के बाद बताया कि अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियों का बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट फायर, ऑपरेशनल व टेक्निकल पैरामीटर्स पर पूरी तरह मानकों पर खरा उतरा। पनडुब्बी से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल या एसएलबीएम का एक पूर्व निर्धारित सीमा तक परीक्षण किया गया। इसने बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य क्षेत्र को बहुत अधिक सटीकता के साथ प्रभावित करने का काम किया। 

आईएनएस अरिहंत से भारत परमाणु प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया

रक्षा मंत्रालय के अनुसार आईएनएस अरिहंत के एसएलबीएल का सफल परीक्षण यह साबित करता है कि भारत का बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी अब परमाणु प्रतिरोधक क्षमता से लैस है। हम एक मजबूत और सुनिश्चित जवाबी कार्रवाई में सक्षम हो चुके हैं। भारत की विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता की नीति के अनुरूप हम'पहले इस्तेमाल न करने' की प्रतिबद्धता को हमेशा से रेखांकित करते रहे हैं और भविष्य में भी करेंगे।

भारत में तीन होम-मेड बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों का संचालन

दरअसल, भारत में तीन होम-मेड बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों का संचालन होता है। दो पनडुब्बियां सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को लांच करने में सक्षम हैं। विकसित की गई K-15 और K-4 बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां की रेंज 3500 किमी है। यह चीन के खिलाफ परमाणु निवारक क्षमता रखती है। आईएनएस अरिहंत भारत की पहली स्वदेश निर्मित परमाणु पनडुब्बी है। इसे जुलाई 2009 में पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर द्वारा विजय दिवस (कारगिल युद्ध विजय दिवस) की वर्षगांठ पर लॉन्च किया गया था। अरिहंत के सफल परीक्षण के बाद अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के बाद भारत बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी रखने वाला दुनिया का छठा देश है।

यह भी पढ़ें:

राजीव गांधी के हत्यारे समय से पहले होंगे रिहा? सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 17 अक्टूबर तक टाली

Big News: चार पहिया में बैठने वाले सभी के लिए सीट बेल्ट अनिवार्य, 1 नवम्बर से सीटबेल्ट नहीं बांधने पर कार्रवाई

Swiss Bank में भारतीय अकाउंट्स की डिटेल लिस्ट मिली, स्विटजरलैंड ने 101 देशों के 34 लाख अकाउंट्स किया शेयर