सार

भारत अमेरिका से 31 MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन (MQ 9B predator drones) खरीद रहा है। इसके लिए प्रति ड्रोन 99 मिलियन डॉलर देने हैं। यह दूसरे देशों द्वारा खरीदे गए ड्रोन से 27 फीसदी कम कीमत है।

नई दिल्ली। कांग्रेस ने भारत सरकार पर अधिक कीमत में अमेरिका से MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन (MQ-9B Reaper Drones) खरीदने का आरोप लगाया है। सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने इस आरोप का खंडन किया है। उन्होंने बताया है कि भारत अमेरिका से दूसरे देशों की तुलना में 27 फीसदी कम कीमत में MQ-9B ड्रोन खरीद रहा है। भारतीय प्रतिनिधि बातचीत के दौरान इसे और कम करने पर काम करेंगे।

सीनियर सरकारी अधिकारी ने बताया कि ड्रोन की कीमत तय करने के लिए अभी बातचीत शुरू नहीं हुई है। अंतिम कीमत अन्य देशों द्वारा दिए गए कीमत की तुलना में कम होगी। कीमतें तभी बढ़ाई जा सकती हैं जब भारत अतिरिक्त सुविधाओं की मांग करेगा।

एक MQ-9B ड्रोन के लिए देने हैं 99 मिलियन डॉलर

भारत 31 ड्रोन खरीदने जा रहा है। अमेरिकी सरकार ने कहा है कि इसके लिए 3,072 मिलियन डॉलर लगात आएगी। इसके अनुसार प्रत्येक ड्रोन के लिए 99 मिलियन डॉलर देने होंगे। UAE ने 161 मिलियन प्रति ड्रोन की दर से MQ-9B की खरीद की थी। भारत जिस एमक्यू-9बी को खरीदना चाहता है वह UAE द्वारा लिए गए ड्रोन जैसा लेकिन बेहतर कॉन्फिगरेशन के साथ है।

यूके ने 69 मिलियन डॉलर की रेट से खरीदा था ड्रोन

यूके ने 69 मिलियन डॉलर प्रति ड्रोन की रेट से 16 MQ-9B ड्रोन की खरीद की थी, लेकिन यह सिर्फ ग्रीन एयरक्राफ्ट था। ड्रोन के साथ सेंसर और हथियार नहीं थे। यूके ने सिर्फ ड्रोन खरीदा और उसमें अपना सेंसर व हथियार लगाया। अधिकारी के अनुसार सेंसरों, हथियारों और अन्य पेलोड की लागत ड्रोन की कुल कीमत की 60-70 फीसदी होती है। यहां तक कि अमेरिकी सेना ने 5 MQ-9B ड्रोन को 119 मिलियन प्रति ड्रोन की लागत से लिया था।

भारत 31 ड्रोन खरीद रहा है। इतने अधिक संख्या में ड्रोन खरीदे जाने और कंपनी द्वारा पहले के सौदों से अपने निवेश का बड़ा हिस्सा वापस पाने के चलते भारत को अच्छी डील मिल रही है। इस ड्रोन में भारत को अपने कुछ रडार और मिसाइल लगाना होगा। इसके चलते कीमत पर असर पड़ सकता है।

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क्यों खास है MQ-9B रीपर ड्रोन?

अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने MQ-9B रीपर ड्रोन बनाया है। यह अधिक ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ान भरने में सक्षम है। यह ड्रोन लगातार 35 घंटे से अधिक समय तक हवा में रह सकता है। इसकी मदद से बड़े इलाके पर नजर रखी जा सकती है। MQ-9B रीपर अपने साथ चार हेलफायर मिसाइल और लगभग 450 किलोग्राम के बम ले जा सकता है। भारतीय नौ सेना वर्तमान में दो रीपर ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है। इसमें मिसाइल नहीं लगे हैं। इन्हें अमेरिका से लीज पर लिया गया था। इनका इस्तेमाल सिर्फ निगरानी के लिए हो रहा है। भारत द्वारा 31 MQ-9B रीपर ड्रोन खरीदे जा रहे हैं। इनमें से 15 नौ सेना के लिए होंगे। इसके साथ ही आठ-आठ ड्रोन सेना और वायु सेना के लिए होंगे।