सार

एयर मार्शल एपी सिंह एक क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर, एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट हैं। अपने लंबे करियर के दौरान एयर मार्शल ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन और फ्रंटलाइन एयर बेस की कमान संभाल चुके हैं।

Indian Air Force Vice Chief: भारतीय वायुसेना के नए उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने बुधवार को कार्यभार संभाल लिया। एयर मार्शल एपी सिंह के पास पांच हजार घंटे से अधिक के उड़ान का अनुभव है। वायुसेना उप प्रमुख एपी सिंह, एयर मार्शल संदीप सिंह की जगह लेंगे। संदीप सिंह 39 साल की सर्विस के बाद मंगलवार को रिटायर हो गए। उप प्रमुख का पदभार ग्रहण करने के बाद एयर मार्शल एपी सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंच कर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की है। उनको वायु सेना मुख्यालय में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

कौन हैं वायुसेना के नए उप प्रमुख?

भारतीय वायुसेना के नए उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह 21 दिसंबर 1984 में भारतीय वायुसेना के फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त किया गया था। वह नेशनल डिफेंस अकादमी, डिफेंस सर्विसेस स्टॉफ कॉलेज एंड नेशनल डिफेंस कॉलेज के पूर्व छात्र रहे हें। एपी सिंह के पास पांच हजार घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है। एयर मार्शल एपी सिंह एक क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर, एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट हैं। अपने लंबे करियर के दौरान एयर मार्शल ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन और फ्रंटलाइन एयर बेस की कमान संभाल चुके हैं। इसके अलावा वह एक टेस्ट पायलट के रूप में मास्को में मिग-29 अपग्रेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व कर चुके हैं। वह हल्के लड़ाकू विमान तेजस के उड़ान परीक्षण की देखरेख करने वाले राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र में परियोजना निदेशक (उड़ान परीक्षण) भी रह चुके हैं।

कई मेडल्स से सम्मानित किए जा चुके हैं एयर मार्शल एपी सिंह

दक्षिण पश्चिमी वायु कमान में वायु रक्षा कमांडर और पूर्वी वायु कमान में वरिष्ठ वायु स्टाफ अधिकारी के पद पर काम कर चुके एयर मार्शल एपी सिंह आईएएफ के उप प्रमुख बनने के पहले मध्य वायु कमान में एयर ऑफि कमांडिंग-इन-चीफ थे। वह परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित हो चुके हैं।

यह भी पढ़िए:

PAN ही होगा अब पहचान, Aadhar की नहीं कर सकेगा अब कोई मांग, जानिए नए बजट में क्या है पैन व आधार में बदलाव...

Infrastructure Budget 2023: देश की इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए खोला खजाना, इंफ्रा पर 10 लाख करोड़ रुपये खर्च बढ़ाया