सार

इंडियन एयरफोर्स की एक महिला अधिकारी ने अपने सीनियर विंग कमांडर पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि शिकायत के बाद उसकी निगरानी की जा रही है और उसके परिचितों पर दबाव बनाया जा रहा है।

Flying Officer raped by Wing Commander: इंडियन एयरफोर्स की महिला फ्लाइंग अफसर ने अपने सीनियर विंग कमांडर पर जबरिया ओरल सेक्स के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने बताया कि न्यू ईयर पार्टी में महिला अफसर को उसके सीनियर ने गिफ्ट के बहाने कमरे में भेजा और अकेले पाकर उसके साथ जबर्दस्ती की। हद तो यह कि फ्लाइंग अफसर ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की लेकिन उसका ही उत्पीड़न शुरू हो गया।

मेरी निगरानी की जा रही, परिचितों पर प्रेशर बनाया जा रहा

महिला अफसर ने लिखा: चल रहे उत्पीड़न ने उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाला है। मैं लगातार डर में जी रही हूं, चौबीसों घंटे निगरानी में हूं और मेरा सामाजिक जीवन पूरी तरह से बाधित हो गया है। उत्पीड़न ने मुझे आत्महत्या के विचारों की ओर धकेल दिया है और मैं पूरी तरह से असहाय महसूस करती हूं। मैं अपने रुटीन को करने में असमर्थ हूं। मेरे सामाजिक कांटेक्ट्स पर अधिकारियों द्वारा निगरानी रखी जाती है। उनको हतोत्साहित किया जाता है। मैंने बहुत लंबे समय तक इस यातना को सहन किया है। अब मैं टूट रही हूं।

बडगाम थाने में महिला अफसर ने कराया एफआईआर

एयरफोर्स अफसर ने जम्मू-कश्मीर के बडगाम थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। दोनों अफसर श्रीनगर में ही रहते हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

महिला अफसर के आरोप पर क्या है एयरफोर्स का बयान?

महिला अफसर द्वारा अपने सीनियर अफसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के मामले में भारतीय वायुसेना ने कहा कि उसे इस मामले की जानकारी है। जांच में पुलिस का हर स्तर पर सहयोग किया जाएगा। स्थानीय पुलिस स्टेशन बडगाम ने इस मामले में श्रीनगर में भारतीय वायुसेना से संपर्क किया है और हम स्थानीय अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।

दो साल से यौन अत्याचार और मानसिक यातना झेल रही अफसर

फ्लाइंग अफसर ने थाने में दी अपनी तहरीर में कहा कि वह बीते दो सालों से यौन उत्पीड़न, मानसिक यातना और अन्य प्रकार के उत्पीड़न का सामना कर रही है। उच्चाधिकारी भी उसका सहयोग नहीं कर रहे हैं। उल्टे उस पर ही निगरानी की जा रही है। उसके सोशल कांटेक्ट्स को भी हतोत्साहित किया जा रहा है।

क्या हुआ था एयरफोर्स की महिला अफसर के साथ उस रात?

महिला अफसर ने बताया कि 31 दिसंबर 2023 को ऑफिसर्स मेस में नए साल की पार्टी थी। उसमें उसके एक सीनियर ने पूछा कि क्या उसे गिफ्ट मिला है? जब उसने कहा कि उसे नहीं मिला है तो विंग कमांडर ने कहा कि गिफ्ट उसके कमरे में हैं। वह उसे वहां ले गए। घर सुनसान था तो महिला अफसर ने पूछा कि उसका परिवार कहां है तो बताया कि वे कहीं और हैं। इसके बाद विंग कमांडर ने महिला अफसर को ओरल सेक्स के लिए मजबूर किया। उसके साथ छेड़छाड़ की। पीड़िता ने बताया कि वह लगातार इसका विरोध कर रही थी लेकिन वह मान नहीं रहा था। उसने अफसर को धक्का दिया और भाग गई।

फिर क्या हुआ उस महिला अफसर के साथ?

फ्लाइंग ऑफिसर ने कहा कि उसे यह समझने में थोड़ा समय लगा कि उसके साथ क्या हुआ। वह डर गई थी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए। क्योंकि पहले भी उसके कई बार शिकायत करने से पहले भी रोका गया था। महिला अफसर ने बताया कि उस घटना के बाद वह उसके ऑफिस आया। उसका व्यवहार ऐसा था जैसे कुछ हुआ ही नहीं। विंग कमांडर की आंखों में पश्चाताप नहीं दिखा।

एक अविवाहित लड़की सेना में करियर बनाने आई लेकिन...

पीड़िता ने बताया कि उसे शिकायत दर्ज कराने में दो अन्य महिला अधिकारियों ने मनोबल बढ़ाया। मैं मानसिक पीड़ा से गुजर रही थी। एक अविवाहित लड़की होने के नाते जो सेना में शामिल हुई थी। लेकिन सोचा भी नहीं था कि उसके साथ इस तरह का घिनौना व्यवहार किया जाएगा।

क्या हुआ कर्नल रैंक के अधिकारी की जांच में?

महिला अधिकारी ने बताया कि उसकी शिकायत पर कर्नल रैंक के एक अधिकारी को घटना की जांच की जिम्मेदारी दी गई। हद तो यह कि जांचकर्ता ने उसका बयान दर्ज कराने के दौरान विंग कमांडर को भी वहां बैठाया। लगातार दो बार आरोपी विंग कमांडर को शामिल करने पर महिला अफसर ने आपत्ति जताई। लेकिन जांच करने की बजाय उस जांच को क्लोज कर दिया गया। फिर पीड़िता ने अंतरिम कमेटी को नया आवेदन किया। दो महीना बाद मीटिंग हुई। लेकिन इस बार भी आरोपी के साथ ही कमेटी खड़ी रही। बार-बार कहने के बाद भी मेडिकल नहीं कराया गया। इंटरनल कमेटी ने भी हाईलेवल अफसर्स के निर्देश पर कोई सहायता नहीं की। सभी लोग आरोपी विंग कमांडर की ही मदद कर रहे थे।

मुझे छुट्टी भी नहीं दिया...

फ्लाइंग अफसर ने कहा कि जांच कमेटी के पक्षपातपूर्ण व्यवहार से वह टूट गई थी। उसने कई बार छुट्टी के लिए आवेदन किया लेकिन उसे रिजेक्ट कर दिया जाता। खुद के लिए या विंग कमांडर के लिए अलग पोस्टिंग के उसके रिक्वेस्ट पर भी ध्यान नहीं दिया गया।

रोज-रोज उसे परेशान किया जाता...

पीड़िता ने बताया कि मुझे इन लोगों के साथ घुलने-मिलने और आरोपी विंग कमांडर के साथ कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए मजबूर किया जाता है। मैं अधिकारियों के हाथों रोजाना परेशान हो रही हूं और वह मौज-मस्ती कर रहा। मेरे फोन कॉल्स पर निगरानी की जा रही। जिन व्यक्तियों से मैं बात करती हूं उनको अधिकारियों द्वारा परेशान किया जाता है। मैं लगातार डर में जी रही हूं, चौबीसों घंटे निगरानी में हूँ और मेरा सामाजिक जीवन पूरी तरह से बाधित हो गया है।

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