सार
नौवहन प्रशिक्षण जलपोत(Training Ship) आईएनएस सुदर्शनी(INS Surdashni) क्षेत्र में मित्र नौसेनाओं के साथ समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिये भारतीय नौसेना की कोशिशों के एक हिस्से के रूप में खाड़ी में तैनात किया गया था। तैनाती के दौरान जलपोत ने विभिन्न अभ्यासों का आदान-प्रदान किया। साथ ही शाही ओमान नौसेना और ईरानी नौसेना के प्रशिक्षुओं को नौवहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
नई दिल्ली. आईएनएस सुदर्शनी (INS Surdashni) को एक महीने के लिए खाड़ी में तैनात किया गया है। इसका मकसद क्षेत्र में मित्र नौसेनाओं के साथ समुद्री सहयोग बढ़ाना है। सुदर्शनी ने मस्कट, दुबई और बंदर अब्बास में बंदरगाहों पर लंगर डालकर मुलाकातें की और शाही ओमान नौसेना, संयुक्त अरब अमीरात की नौसेना तथा ईरान की नौसेना के साथ पेशेवराना बातचीत की। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में बनाये गए जहाज ने स्वदेशी पोत निर्माण की क्षमता का प्रदर्शन किया और खाड़ी देशों के साथ भारत के ऐतिहासिक सम्बंधों को याद किया।
यह है मकसद
तैनाती के दौरान जलपोत ने विभिन्न अभ्यासों का आदान-प्रदान किया। साथ ही शाही ओमान नौसेना और ईरानी नौसेना के प्रशिक्षुओं को नौवहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस दौरान बीच समुद्र में भी अभ्यास किया गया। बंदरगाह में लंगर डालने के समय भारतीय जनसमुदाय और उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडलों ने जलपोत का दौरा किया। आईएनएस सुदर्शनी के अधिकारियों ने नौसेना प्रतिष्ठानों तथा जहाजों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उत्कृष्ट कार्यप्रणाली के अनुभवों को साझा किया। कमांडिंग अफसर ने हर बंदरगाह के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की तथा द्विपक्षीय प्रशिक्षण सहयोग, नौवहन प्रशिक्षण तथा आपसी हितों के अन्य क्षेत्रों पर चर्चा की। जलपोत ने शाही ओमान नौसेना और ईरानी नौसेना के साथ जलसेनाओं के बीच आपसी परिचालन-संचालन को बढ़ाने के लिये द्विपक्षीय समुद्री साझेदारी अभ्यासों में भी हिस्सा लिया।
यह भी जानें
यह जहाज कोच्चि स्थित पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन का हिस्सा है, जो भारतीय नौसेना के समुद्री प्रशिक्षुओं को शुरुआती समुद्री अनुभव प्रदान करता है। जहाज मध्य पूर्व में तैनाती पर है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मित्रवत विदेशी देशों के साथ 'दोस्ती के पुल' को मजबूत करना है और साथ ही खाड़ी में बसे भारतीय प्रवासियों तक पहुंचना है।
आईएनएस सुदर्शनी गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित और भारतीय नौसेना की दक्षिणी नौसेना कमान के तहत कोच्चि, केरल में स्थित एक स्वदेशी निर्मित सेल ट्रेनिंग शिप (एसटीएस) है। यह अपने अपने सहयोगी पोत आईएनएस तरंगिनी के साथ यह फर्स्ट ट्रेनिंग स्क्वाड्रन में सेल प्रशिक्षण का कार्य करता है और भारतीय नौसेना के साथ साथ मित्र देशों की नौसेना के कनिष्ठ अधिकारियों को सेल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
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