IndiGo Action News: इंडिगो क्राइसिस की वजह से 7वें दिन भी पैसेंजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। 350 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल होने से कई दिक्कतें आईं। केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने संसद में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। 

IndiGo Crisis Update: देश के एयरपोर्ट्स पर इंडिगो की उड़ानों में हुई भारी गड़बड़ी ने पैसेंजर्स को परेशान कर रखा है। शादियों के पीक सीजन, छुट्टियों और बिजनेस ट्रिप्स को प्रभावित करने वाले इस संकट के बीच केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने संसद में इंडिगो पर सख्त एक्शन लेने की चेतावनी दी, ताकि सभी एयरलाइंस के लिए उदाहरण सेट किया जा सके। बता दें कि इंडिगो क्राइसिस आज 7वें दिन भी चरम पर रहा। सोमवार को भी 350 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल की गई।

हम इंडिगो के मामले को हल्के में नहीं ले रहे- सरकार

राज्यसभा में मंत्री ने कहा कि यह पूरी स्थिति इंडिगो की आंतरिक समस्या के कारण पैदा हुई। नए पैसेंजर सेफ्टी नियमों के लागू होने के बाद क्रू की कमी के चलते सैकड़ों उड़ानों को रद्द करना पड़ा। उन्होंने साफ कहा,'हम पायलट, क्रू और यात्रियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर हैं। इंडिगो को क्रू और रोस्टर को मैनेज करना था। यात्रियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। हम इस मामले को हल्के में नहीं ले रहे। यदि कोई भी एयरलाइन नियमों का उल्लंघन करेगी, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।' उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार चाहती है कि एविएशन सेक्टर में ज्यादा खिलाड़ी आएं। 'देश में पांच बड़ी एयरलाइंस का होना संभव है।'

इंडिगो मामले पर सदन से विपक्ष का वॉकआउट

केंद्रीय मंत्री से जवाब से सहमत न होने की वजह से विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया और कहा कि इंडिगो संकट और भारतीय विमानन का डुओपोलिस्टिक स्वरूप है। इंडिगो और एयर इंडिया के पास बाजार का ज्यादातर हिस्सा है।

इंडिगो संकट की वजह क्या है?

  • लगभग दो साल पहले लागू किए गए नियम, पायलट थकान को कम करने और उड़ानों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बने।
  • इंडिगो की हर दिन करीब 2,200 फ्लाइट्स संचालित की जाती हैं, जिनका डाउनटाइम कम रखा जाता है। नए रूल लागू होने के बाद क्रू की कमी हो गई।
  • क्रू की कमी के कारण हजारों फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई।
  • स्थिति बिगड़ने पर DGCA ने अस्थायी रूप से नए नियमों में थोड़ी ढील दी गई।