Indigo Operations Restored: क्या इंडिगो वाकई पटरी पर लौट आई है? बड़े सिस्टम रीबूट के बाद एयरलाइन ने 95% नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल होने और 1,500 फ्लाइट्स ऑपरेट करने का दावा किया है। लेकिन कैंसलेशन और फंसे यात्रियों की स्थिति अब भी सवाल खड़े कर रही है।
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से इंडिगो की फ्लाइट्स में भारी गड़बड़ी चल रही थी। कई शहरों के एयरपोर्ट पर हजारों लोग फंसे रहे, फ्लाइट्स बार-बार कैंसिल होती रहीं और यात्रियों की परेशानी बढ़ती गई। लेकिन अब एयरलाइन ने दावा किया है कि उसने आखिरकार फिर से उड़ान भर ली है। इंडिगो का कहना है कि उसने बड़ा सिस्टम रीबूट किया है और अब उसकी 95% से ज्यादा नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है। एयरलाइन ने बताया कि रविवार के आखिर तक वह 1,500 से अधिक फ्लाइट्स ऑपरेट करने की तैयारी में है और शुरुआती सुधार भी दिख रहे हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है क्या इंडिगो वाकई पूरी तरह पटरी पर आ गई है, या अभी भी कुछ समस्याएं बाकी हैं?
क्या बड़ा सिस्टम रीबूट ही इंडिगो की सबसे बड़ी मजबूरी था?
इंडिगो ने X (ट्विटर) पर पोस्ट किए गए अपने आधिकारिक बयान में कहा कि उसने 5 दिसंबर को जानबूझकर बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल कीं। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि एयरलाइन अपने पूरे नेटवर्क, सिस्टम और स्टाफ रोस्टर को नए सिरे से सेट करना चाहती थी। एयरलाइन ने कहा कि उसे यह बड़ा कदम उठाना पड़ा ताकि ऑपरेशन स्टेबल हो सकें और आने वाले दिनों में फ्लाइट्स का शेड्यूल बेहतर हो। इसके लिए इंडिगो ने 113 डेस्टिनेशन के लिए 700 से ज्यादा फ्लाइट्स चलाईं ये सब नेटवर्क को रीबूट करने का हिस्सा था।
यात्रियों की दिक्कतें कब कम होंगी? क्या फ्लाइट कैंसिलेशन खत्म होने वाले हैं?
शनिवार को भी हालात पूरी तरह सामान्य नहीं थे। देशभर में 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं और हजारों लोग मुंबई, हैदराबाद, गुवाहाटी और कई अन्य शहरों के एयरपोर्ट पर घंटों फंसे रहे। हालांकि आज (रविवार) इंडिगो ने दावा किया कि कैंसलेशन में गिरावट आ रही है और संख्या 850 से कम हो गई है। लेकिन यह सवाल अभी भी बाकी है कि क्या अगले 24 घंटे में सब कुछ ठीक हो पाएगा?
क्या 95% नेटवर्क कनेक्टिविटी वाकई इंडिगो के लिए गेम-चेंजर है?
इंडिगो का कहना है कि उसकी 135 डेस्टिनेशन पर उड़ानें फिर से शुरू हो चुकी हैं, जबकि कुल डेस्टिनेशन 138 हैं। यानी, सिर्फ 3 जगहों को छोड़कर पूरा नेटवर्क फिर से चालू हो चुका है। यह इंडिगो के लिए बड़ी राहत है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि "नेटवर्क कनेक्टिविटी ठीक होना" और "ऑपरेशन पूरी तरह स्मूथ होना" दो अलग बातें हैं।
138 में से 135 डेस्टिनेशन शुरू तो बाकी 3 क्यों बंद हैं?
एयरलाइन ने बताया कि 138 में से 135 डेस्टिनेशन पर ऑपरेशन शुरू हो चुके हैं। इसका मतलब है कि अभी भी 3 डेस्टिनेशन ऐसे हैं जहां फ्लाइट्स पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई हैं।
क्या इंडिगो अपना खोया भरोसा दोबारा हासिल कर पाएगी?
एयरलाइन ने अपने बयान में ग्राहकों से माफी मांगी है और कहा है कि वह रिफंड को तेज़ी से प्रोसेस कर रही है। इंडिगो के मुताबिक, वह एयरपोर्ट अथॉरिटीज, सरकारी एजेंसियों और पार्टनर्स के साथ मिलकर रियल-टाइम अपडेट देने की कोशिश में है। लेकिन यात्रियों में अब भी यह चिंता है कि अगर इतनी बड़ी एयरलाइन सिस्टम फेलियर का शिकार हो सकती है, तो भविष्य में हालात कितने भरोसेमंद रहेंगे?
1,500 फ्लाइट्स-क्या यह इंडिगो की सामान्य स्थिति की पहली सीढ़ी है?
इंडिगो ने दावा किया है कि रविवार के आखिर तक वह 1,500+ फ्लाइट्स चलाने में सफल होगी। यह आंकड़ा दिखाता है कि एयरलाइन तेजी से नॉर्मल ऑपरेशन की ओर बढ़ रही है। लेकिन क्या अगले 48 घंटे में सब कुछ सामान्य हो जाएगा? या फिर यह सुधार केवल शुरुआती संकेत हैं, जैसा कि एयरलाइन खुद कह रही है?
क्या यात्री आज राहत की उम्मीद कर सकते हैं?
इंडिगो ने सलाह दी है कि यात्री अपनी फ्लाइट का स्टेटस ऑनलाइन चेक करते रहें और जरूरत पड़ने पर रिफंड मांगें। एयरलाइन ने रिफंड को प्राथमिकता देने का वादा किया है, लेकिन ग्राउंड लेवल पर स्थिति क्या है-यह देखने वाली बात होगी।
क्या इंडिगो भरोसा दोबारा जीत पाएगी?
इंडिगो ने अपने बयान में कहा कि वह यात्रियों की परेशानी समझती है और रिफंड को प्राथमिकता दे रही है। कंपनी ने यह भी बताया कि 850 से कम कैंसलेशन हुई हैं, जो पहले की तुलना में गिरावट है। लेकिन यात्रियों का भरोसा तभी वापस आएगा जब फ्लाइट्स समय पर चलें, अचानक कैंसलेशन न हों और एयरलाइन अगली तकनीकी दिक्कत को रोक सके। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि आने वाले 48 घंटे इंडिगो के ऑपरेशन को कितना स्थिर कर पाते हैं।


