सार

खुफिया एजेंसी द्वारा प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप और दिल्ली पुलिस को सूचना दी गई है कि 22 दिसंबर को रामलीला मैदान में भाजपा की महारैली के दौरान आतंकी प्रधानमंत्री को अपना निशाना बना सकते हैं। बताया जा रहा कि सरकार के निर्णय से खार खाए आतंकी पीएम मोदी पर हमला कर सकते है। 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर आतंकी हमले का खतरा मंडराने लगा है। बताया जा रहा कि पाकिस्तान के आतंकी गुट हमले की साजिश रच चुके हैं। खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक, 22 दिसंबर को रामलीला मैदान में भाजपा की महारैली के दौरान आतंकी प्रधानमंत्री को अपना निशाना बना सकते हैं। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप और दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है। 

केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक, उन्हें ऐसी जानकारी मिली है कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी भारत भेजे जा चुके हैं और वे रामलीला मैदान में हजारों लोगों के बीच प्रधानमंत्री पर हमला कर सकते हैं। इस रैली में एनडीए सरकार से जुड़े अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री भी शामिल होंगे। 

धारा 370, नागरिकता कानून के बाद से बढ़ा खतरा

खुफिया एजेंसियों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। बताया जा रहा कि 12 दिसंबर को लाए गए नागरिकता संशोधन कानून, 9 नवंबर को हुए राम जन्मभूमि फैसले और 5 अगस्त को कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ज्यादा खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों को तबाही से भी आतंकी संगठन बौखलाएं हैं। ऐसे में उनकी तरफ से हमले की बात नकारी नहीं जा सकती। 

पहले भी दे चुके हैं हमले की धमकी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की यह धमकी या खतरा कोई नया नहीं है। इससे पहले अक्टूबर में एनआईए ने जानाकारी दी थी कि लश्कर-ए-तैयबा भारत में बड़े हमले की फिराक में है। जम्मू-कश्मीर में सेना की तरफ से लागू प्रतिबंधों के खिलाफ उसने प्रधानमंत्री पर हमले की साजिश रची थी। सितंबर 2019 में भी एजेंसी को जैश-ए-मोहम्मद के शमशे वानी का धमकी भरा पत्र मिला था। इसमें उसने अनुच्छेद 370 हटाने के लिए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और एनएसए पर हमले की बात कही गई थी।