सार

इसरो के पीएसएलवी रॉकेट ने सिंगापुर के तीन सैटेलाइट को अंतरिक्ष में पहुंचा दिया है। तीनों उपग्रहों को 570 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया। यह पीएसएलवी रॉकेट का 55वां मिशन था।

नई दिल्ली।  इसरो (Indian Space Research Organisation) के पीएसएलवी (Polar Satellite Launch Vehicle) ने सिंगापुर के तीन सैटेलाइट को अंतरिक्ष में पहुंचा दिया है। रॉकेट को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। 

सिंगापुर के तीनों उपग्रहों को भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग की कंपनी न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड द्वारा लॉन्च कराया गया। इसके लिए सिंगापुर के साथ कंपनी का समझौता हुआ था। इस कंपनी का यह दूसरा व्यावसायिक मिशन है। इसरो के पीएसएलवी रॉकेट ने तीनों उपग्रहों को 570 किलोमीटर की ऊंचाई पर अंतरिक्ष में स्थापित किया। यह लोअर अर्थ ऑर्बिट है। यह पीएसएलवी रॉकेट का 55वां मिशन था। वहीं, पीएसएलवी रॉकेट के कोर अलोन वैरिएंट का 15वां मिशन था। 

इन उपग्रहों को किया गया लॉन्च 
पीएसएलवी सिंगापुर के तीन सैटेलाइट ( DS-EO, NeuSAR और Scoob-1) लेकर अंतरिक्ष गया। DS-EO सिंगापुर का पहला छोटा व्यावसायिक उपग्रह है। दिन हो या रात या कोई भी मौसम यह उपग्रह धरती की तस्वीर लेगा। इसका वजन 365 किलोग्राम है। दूसरे उपग्रह NeuSAR का वजन 155 किलोग्राम है। तीसरा उपग्रह Scoob-1 2.8 किलोग्राम का है। इसे सिंगापुर के नवयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने बनाया है। 

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बता दें कि भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो अपने देश के साथ ही दूसरे देशों के उपग्रहों को भी अंतरिक्ष में स्थापित करती है। स्पेस मार्केट में इसरो की बड़ी भागीदारी है। व्यावसायिक गतिविधियों के लिए न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड कंपनी बनाई गई है। यह अंतरिक्ष कारोबार से जुड़े काम करती है। इसमें उपग्रहों को लॉन्च करने से लेकर अंतरिक्ष में मौजूद उपग्रहों की सेवाओं को व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराना जैसे काम शामिल हैं। 

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