सार

मणिपुर हिंसा को लेकर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान के दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कह उठे कि मैं पिछले 45 सालों से शादीशुदा हूं और विश्वास कीजिए कभी गुस्सा नहीं करता।

Parliament Mansoon session: संसद के मानसून सेशन में मणिपुर हिंसा सहित कई मुद्दों को लेकर लगातार गतिरोध बरकरार है। संसद के दोनों सदनों में सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी और आरोप लगा रहे हैं। हालांकि, सदन चलने के दौरान कई बार स्थितियां काफी खुशनुमा भी होती दिख रही हैं। मणिपुर हिंसा को लेकर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान के दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कह उठे कि मैं पिछले 45 सालों से शादीशुदा हूं और विश्वास कीजिए कभी गुस्सा नहीं करता। सभापति के बयान के बाद दोनों ओर से ठहाके लगने शुरू हो गए।

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मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने के लिए राज्यसभा में बोल रहे थे मल्लिकार्जुन खड़गे

सदन का गतिरोध खत्म हो इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नेता प्रतिपक्ष और सीनियर पॉर्लियामेंटेरियन मल्लिकार्जुन खड़गे से राय मांगते हुए बोलने के लिए कहा था। खड़गे ने कहा कि आप कहते हैं कि हम कुछ कहें लेकिन दो सेकेंड में बैठा देते हैं। यह पता नहीं क्यों मेरे ही साथ होता है। लेकिन आपने कहा है कि सभी मिलकर के वाया मीडिया कोई रास्ता निकाले। हम सब इंडिया पार्टी के नेताओं ने एक प्रपोजल दिया है कि 176 नोटिस और 267 नोटिस एक ही दिन दिया गया। मेरा मानना है कि 176 नोटिस को अलग रखकर 267 नोटिस को प्रॉयारिटी देनी चाहिए, यही प्रचलन है। लेकिन न जाने क्यों प्रेस्टिज इशू क्यों बनाया जा रहा है। खड़गे ने प्रपोजल दिया कि सदन को दोपहर एक बजे तक स्थगित कर सभापति सबको अपने चैंबर में बुलाकर बात कर एक रास्ता तय करें। इस पर सभापति मान गए और फिर विपक्ष के प्रपोजल को मान लिया। इस चर्चा के दौरान सभापति और खड़गे के बीच हंसी-मजाक का भी सिलसिला कुछ देर चला जिसका वीडियो खूब पंसद किया जा रहा। क्लिक कर जानिए विपक्ष के प्रपोजल पर क्या हुआ फैसला…